अब Electric Scooter लेना पड़ेगा महंगा, सरकार ने घटाई सब्सिडी, जानें अब कितनी मिलेगी सब्सिडी

Electric Scooter Subsidy अब इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहन खरीदना महंगा पड़ सकता है क्योंकि इस पर मिलने वाली सब्सिडी को सरकार ने 15000 से घटाकर ₹10000 प्रति किलोवाट आवर कर दी है, जहां एक तरफ इलेक्ट्रिक वाहन के सुचारू संचालन के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर देश के कई राज्य नीतियां बन रहे हैं,वहीं अब केंद्र सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों पर दी जा रही सब्सिडी को घटाने वाली है।

इस वजह से इसे खरीदना महंगा पड़ सकता है, क्योंकि इलेक्ट्रिक वाहनों में दुपहिया सबसे ज्यादा खरीदे और पसंद किए जाते हैं, इसका असर लोगों पर ज्यादा पड़ेगा। सरकार ने x-factor मूल्य की सब्सिडी कैप 40 फीसद को घटाकर 15 फीसद कर दिया है, इसका कारण बजट में आई कमी है। दरअसल जितना पैसा इलेक्ट्रिक टू व्हीलर की सब्सिडी के लिए रखा गया था वह अब खत्म होने वाला है।

फिलहाल इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माता कंपनियों को 17000 से ₹66000 तक की सब्सिडी प्रति वाहन दी जा रही है लेकिन नई घोषणा के बाद इसे घटाकर 15 से 20000 तक करने की बात सामने आ रही है। सरकार ने जितना पैसा रखा था उसका 80 फीसद खर्च हो गया है, कुल बजट की 80 फीसद राशि 1000000 लोगों को दी जा चुकी है इस वजह से यह फैसला लिया जा रहा है, लॉन्चिंग के समय फेम 2 के तहत ₹10000 प्रति किलोवाट आवर का प्रावधान था लेकिन बाद में मांग कम होने की वजह से इसे बढ़ाकर ₹15000 कर दिया गया थ।सब्सिडी कम करने से पैसा बचेगा और उपभोक्ता निर्माता गैस सब्सिडी वाले भविष्य के लिए तैयार हो सकेंगे, फैम 2 योजनाअप्रैल 2019 में लांच की गई थी, यह 5 साल की थी।

योजना का कुल बजट 10000 करोड रुपए था जिसमे हर साल ₹2000 सब्सिडी देनी थी। फरवरी 2023 में पेश बजट में राशि बढ़ाकर ₹5172 कर दी गई थी, अब तक 3889.94 करीब खर्च हो चुके हैं।4 मार्च 2023 तक देश में 9,75,000 इलेक्ट्रिक टू व्हीलर बेचे गए जिनमें से 65 फीसद वित्त वर्ष 2022 में बिके। वित्त वर्ष 2023 में जितनी इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल बिके उनमें इलेक्ट्रिक टू व्हीलर का योगदान सबसे अधिक साठ फीसद से भी ज्यादा है।