Car Insurance : अगर आपके कार में लग गया आग तो घबराइए मत! ऐसे मिलेगा इंश्योरेंस क्लेम, जानिए पूरा प्रोसेस

डेस्क : आजकल लोग एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए निजी वाहनों का इस्तेमाल करते हैं। लोग कार और बाइक का इस्तेमाल निजी वाहनों के रूप में करते हैं। वहीं, लोग कार रखना पसंद करते हैं। हर कोई चाहता है कि उसके पास कार हो। वहीं गाड़ी होने के बाद उसका मेंटेन भी करना होता है। कार का रखरखाव भी बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। साथ ही कार का बीमा होना चाहिए।

बीमा के लाभ : कई मौकों पर देखा गया है कि कार चोरी की खबरें सामने आती रहती हैं। इसके साथ ही कई बार कार में आग लगने जैसे हादसे भी हो जाते हैं। अगर कार का बीमा हो तो ऐसे मौकों पर काफी आर्थिक नुकसान से बचा जा सकता है क्योंकि अगर बीमा कंपनियां क्लेम पास कर देती हैं तो कुछ रकम मिल जाती है।

आसान प्रक्रिया : वहीं अगर कार में आग लग जाती है और आपकी कार का बीमा हो जाता है तो आप बीमा क्लेम कर सकते हैं। इसकी प्रक्रिया काफी सरल है। यदि आपने जिस कार पॉलिसी के लिए आग से हुए नुकसान को कवर किया है, तो आप इन चरणों का पालन करके बीमा का दावा कर सकते हैं।

बीमा क्लेम कैसे करें

  • अगर आपकी कार आग के कारण क्षतिग्रस्त हो जाती है, तो जिस एजेंट से आपने पॉलिसी ली थी और जिस कंपनी की बीमा पॉलिसी ली थी, उसे सूचित करना होगा।
  • इसके बाद आपको अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में भी एफआईआर दर्ज कर कार में आग लगने से हुए नुकसान की जानकारी देनी होगी।
  • आपको कार में लगी आग की वैध तस्वीरें भी लेनी चाहिए ताकि इसे दावे के दौरान दिखाया जा सके।
  • FIR दर्ज करने के बाद आपको बीमा क्लेम के लिए जरूरी दस्तावेज भी बीमा कंपनी को जमा कराने होंगे। इन दस्तावेजों में ड्राइविंग लाइसेंस, आरसी, एफआईआर, कार में आग लगने की फोटो और अन्य दस्तावेज शामिल होंगे।
  • इसके बाद आपको अपनी बीमा कंपनी से अपने अधिकारी को जांच के लिए भेजने के लिए कहना होगा, ताकि अधिकारी निरीक्षण प्रक्रिया को ठीक से कर सके। जांच अधिकारी के माध्यम से गहन जांच करने के बाद ही दावा निपटान आगे बढ़ाया जाता है।
  • निरीक्षण के बाद, अगर बीमा कंपनी को पता चलता है कि आग लगने का कारण उचित है, तो कंपनी दावे का निपटान करती है। इसमें कैशलेस प्रक्रिया, कार की मरम्मत आदि शामिल हो सकते हैं।

इन बातों का रखें ध्यान

  • दुर्घटना के बाद जितनी जल्दी हो सके बीमा का दावा करें। आमतौर पर दुर्घटना के 24 घंटे के भीतर दावा किया जाना चाहिए। अगर इससे ज्यादा देरी हुई तो आपका क्लेम रिजेक्ट हो सकता है और हो सकता है कि आपको एक रुपया भी न मिले।
  • कार में आग लगने की घटना के संबंध में भी ऐसे लोगों के संपर्क में रहें, जिनकी आंखों के सामने आग लग गई हो। बीमा दावे में चश्मदीद गवाह बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
  • कार से जुड़े जरूरी दस्तावेज अपने पास रखें। किसी भी दस्तावेज के अभाव में दावा अटक सकता है।