Bharat NCAP: वाहनों की सेफ्टी रेटिंग के लिए बड़ा कदम! अब 1 अक्टूबर से लागू होगा ये नया नियम

Bharat NCAP : आजकल सड़को पर बहुत सारे एक्सीडेंट देखने को मिल रहे है इसमें इंसान की लापरवाही होती है तो कुछ हद तक कार निर्माता कंपनी भी इसमें गुनेहगार होती है। हालांकि कार तो ड्राइवर की वजह से एक्सीडेंट का शिकार होती है.

लेकिन इसमें इंसान की मौत भी हो सकती है अगर कार में सेफ्टी नहीं दी जाती है तो। लेकिन वर्तमान में भारत में कुछ ही कारें ऐसे है जिनका ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट होता है और इसके आधार पर उन्हें सेफ्टी रैंकिंग दी जाती है। लेकिन अब इसका नया नियम जल्दी लागू हो सकता है।

इस दिन हो सकता है नियम लागू

ऑटोकार प्रोफेशनल की एक रिपोर्ट के अनुसार सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव महमूद अहमद ने बताया है कि 1 अक्टूबर से भारत में NCAP क्रैश टेस्ट लागू किया जा सकता है। इसके साथ ही महमूद अहमद ने मसौदा अधिसूचना को अंतिम रूप दिया है और मानदंडों को लागू करने की प्रक्रिया 1 जुलाई से यानी 30 दिन पहले शुरू हो चुकी है।

हाल ही में वाहनों की सेफ्टी रैंकिंग की चर्चा के दौरान यह बात निकल कर सामने आई है और 10 में से 9 लोगों का मानना है कि क्रैश टेस्ट होना चाहिए। इस दौरान पहली बात करें टेस्टिंग का ध्यान और दूसरा का कार में एयर बैग कितने हैं, इस बात का पता होना चाहिए।

क्या होता है Bharat NCAP

आप लोगों की जानकारी के लिए बता दे कि भारत न्यू कार एसेसमेंट प्रोग्राम एक क्रैश टेस्ट प्रोग्राम है जो कारों की सेफ्टी रैंकिंग देने के लिए किया जाता है। अब तक ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्टिंग देखी है जिसमे कार की परफॉर्मेंस के आधार 0 से 5 स्टार की रैंकिंग दी जाती है। आपको बता दें कि रोड ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री ने देश में कारों का क्रैश टेस्ट कराने और सेफ्टी रेटिंग देने के लिए पैरामीटर तैयार कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार 1 अक्टूबर 2023 से क्रैश टेस्ट रैंकिंग शुरू हो जाएगी जिसके बाद कारों को सेफ्टी रैंकिंग दी जा सकेगी।