ये है दुनिया के 5 सबसे महंगे लड़ाकू विमान- Indian Air Force के पास एक, जानें – चीन का हाल…..

World’s Most Expensive Fighter Aircraft : दुनिया के अधिकतम सभी देश अपनी सेना को मजबूत करने के लिए कई करोड़ रुपये निवेश करते है। इनमे से कई देश है जो अपनी वायु सेना (Air Force) को ताकतवर बनाने के लिए भी एक से बढ़कर एक लड़ाकू विमान खरीद रहे हैं।

इससे वायु सेना को ताकत मिलती है। इन फाइटर प्लेन (Fighter Plane) में कुछ तो पांचवी पीढ़ी के हैं जबकि कुछ पुराने भी हैं। इन ए फाइटर प्लेन की कीमतें उनमें लगे हुए पुर्जे और टेक्नोलॉजी पर आधारित होती हैं। ऐसे में आज हम दुनिया के सबसे महंगे लड़ाकू विमानों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं।

F-35 लाइटनिंग II

इतिहास में अब बनाए गए सबसे महंगे लड़ाकू विमानों (Fighter Plane) में से एक F-35 लाइटनिंग II का नाम भी शामिल है। इस फाइटर प्लेन को लॉकहीड मार्टिन कॉरपोरेशन ने बनाया है। F-35 तीन वेरिएन्ट में आता है, जो F-35A, F-35B और F-35C शामिल है। इसमें एक यूनिट की कीमत औसतन 150-200 मिलियन डॉलर तक हो सकती है।

F-22 रैप्टर

F-22 रैप्टर अमेरिका (America) का फाइटर प्लेन है। एक F-22 रैप्टर की कीमत 143 मिलियन डॉलर बताई जा रही है। ये फाइटर प्लेन (Fighter Plane) पाँचवी पीढ़ी का है। लेकिन अभी तक ये अमेरिका के पास ही है और अमेरिका ने अभी तक किसी भी देश को इसे नहीं बेचा है।

यूरोफाइटर टाइफून

आपको बता दे कि यूरोफाइटर टाइफून दुनिया के सबसे बेस्ट टेक्नोलॉजी वाले लड़ाकू विमान (Fighter Plane) में से एक है। इस फाइटर प्लेन को तीन कंपनियों ने मिलकर बनाया है, जिसमें एयरबस, बीई सिस्टम्स और लियोनार्डो शामिल है। एक यूरोफाइटर टाइफून लड़ाकू विमान की कीमत 124 मिलियन डॉलर है।

F-14EX ईगल II

इसके अलावा दुनिया के सबसे महंगे लड़ाकू विमानों (Fighter Plane) में F-14EX ईगल II का नाम भी शामिल है। ये फाइटर प्लेन मैकडॉनेल डगलस F-15E स्ट्राइक ईगल का एक वेरिएंट है। पहले कभी भी F-15 सस्ता जेट नहीं था लेकिन F-15 के इस नए वेरिएन्ट ने इसे साबित कर दिया है। इस F-14EX ईगल II लड़ाकू विमान की कीमत 117 मिलियन डॉलर है।

डसॉल्ट राफेल

आपको बता दें कि डसॉल्ट राफेल फ्रांस (France) का ट्विन इंजन मल्टीरोल फाइटर प्लेन है। राफेल लड़ाकू विमान की कीमत लगभग 15 मिलियन डॉलर है और ये दुनिया के सबसे महंगे लड़ाकू विमानों (Fighter Plane) में से एक है। लेकिन हर बार अपग्रेडेशन के बाद इसमें बदलाव होता रहता है।