स्वरोजगार को बढ़ावा देने के बाद ही बिहार का पलायन रोका जा सकता है- पांडव कुमार

तेघरा (बेगूसराय) बिहार में रोजगार का सिर्जन नहीं होने व उद्योग की कमी के कारण मजदूर पलायन कर रहे है। स्वरोजगार अपनाकर पलायन रोकी जा सकती है – श्रवण ठाकुर खगड़िया। प्रखंड अंतर्गत रहुआ रमुनिया गांव में आर्यन हेयर कटिंग का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन भारतीय नाई समाज के जिलाध्यक्ष श्रवण ठाकुर , प्रांतीय मीडिया प्रभारी सह महामंत्री पाण्डव कुमार, युवा अध्यक्ष राकेश कुमार रौशन व प्रखंड युवा अध्यक्ष राजेश कुमार व प्रोपराईटर अमरजीत कुमार द्वारा संयुक्त रूप से फीता काटकर किया गया।

कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष श्रवण ठाकुर ने कहा परिवार व समाज के विकास के लिए शिक्षा जरूरी है। साथ ही जीविकोपार्जन के लिए रोजगार भी बहुत आवश्यक है। अशिक्षा और जनसंख्या वृद्धि बेरोजगारी व गरीबी का मुख्य कारण है। उन्होंने कहा कि नौकरी की कमी व उद्योग की कमी। बेरोजगारी व पलायन को दूर करने के लिए हम शिक्षा के साथ – साथ स्वरोजगार को बढ़ावा देकर अपने परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकते है।

महामंत्री पांडव कुमार ने कहा देश के विकास में सबसे बड़ी बाधक अशिक्षा है साक्षर भारत मिशन के समापन के बाद सरकार की रुचि ही समाप्त हो गई असाक्षर को साक्षर बनाने के लिए केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार केवल फाइल में ही चाहती है निरक्षरता का उन्मूलन। भाजपा सरकार ने साक्षरता मिशन का स्ट्रक्चर ही धराशाई कर दिया उसके बाद देश के अंदर साक्षर बनाने की प्रक्रिया मात्र फाइल में सिमट गया शिक्षा नीतिजिसके लिए सरकार के पास कोई बड़ा वीजन नहीं है। बिहार सरकार की सरकारी नौकरी देने की चुनावी घोषणा भी धराशाई हो गई।

जिसके प्रति राज्य व केंद्र सरकार के प्रति राज्य के शिक्षित बेरोजगारों का भारी आक्रोश व्याप्त है अब मात्र एक ही विकल्प स्वरोजगार को बढ़ावा देकर ,लघु व कुटीर उद्योग को अपनाकर ही पलायन व बेरोजगारी को कम किया जा सकता है।
राकेश कुमार रौशन ने कहा कोई कार्य छोटा या बड़ा नही होता है बस उसे करने की उमंग होनी चाहिए। शिक्षा को बढ़ावा देकर ही स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा सकता है