Sony और Zee के मर्जर को मिली मंजूरी! जानें – इस मर्जर से क्या होंगे अहम बदलाव?

देश की दो बड़ी कंपनियों को 28 साल बाद NCLT की मंजूरी मिलने से मर्जर होने का मौका मिला है. NCLT द्वारा सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और ZEE इंटरटेनमेंट को सारी आपत्तियों को खारिज करते हुए अनुमति मिल गई है.

24% से अधिक व्यूअरशिप रखने वाली Sony और Zee देश की इंटरटेनमेंट नेटवर्क बन जाएंगे. हल्की इनका एड्रेस इन यूपी मार्केट के शेयर में करीब 27% तक पहुंचने वाला है और अभी तक पूरी इंडस्ट्री में इनका शेयर सबसे अधिक है. इसके अलावा इसके बाद से TV और OTT देखने वाले यूजर्स का नजरिया भी बदल जाएगा, तो चली जान लेते हैं. कैसे लोगों को मिलेगा इसका फायदा?

दर्शकों को क्या मिलेगा फायदा ?

ZEE-Sony के मर्जर आज TV और OTT के यूजर्स को काफी हद तक फायदा पहुंचाने वाला है. क्योंकि इनका कंटेंट काफी सस्ता होगा. दरअसल 2021 में सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया की ओर से इस संदर्भ में घोषणा किया गया था. लेकिन भोसड़ा के बाद क्रेडिटर्स की आपत्तियो की वजह से मामल NCLT में रुक गया था और अब जाके पूरे 4 महिनें बाद यह फैसला लिया गया है.

फायदा

  • सस्ते दामों में कंटेंट

दो बड़ी कंपनियों के मर्जर के बाद लोगों को कम कीमत में अच्छा और बढ़िया कंटेंट मिल जाएगा. जिसके लिए उन्हें किसी की TV और OTT प्लेटफॉर्म का इंतजार नहीं करना पड़ेगा.

  • सस्ते प्लान लॉन्च

इन दोनों कंपनियों के स्टेटस के मुताबिक यह अपने यूजर्स को कम रेट में बेहतर से बेहतर कंटेंट देने की कोशिश करेंगे. ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि उनका विवर शिप बढ़ सके.

  • बड़ा ऑडियंस बेस

दरअसल साल 1955 में सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया की ओर से भारत में पहला टीवी चैनल सोनी एंटरटेनमेंट लॉन्च किया गया था. लेकिन कंपनी अपने बिजनेस को लेकर इतना खुश नहीं थी, जबकि 2 अक्टूबर 1992 में Zeel की ओर से उसका पहला टेलीविजन चैनल शुरू किया गया लेकिन शुरू के दिनों में थोड़ा चलने के बाद वह 2.4 अरब डालर के कर्ज में डूब गया.