AC खरीदने से पहले जानना जरूरी Non Inverter और Inverter Ac में फर्क, वरना रुला सकता है बिजली का बिल..

डेस्क : मई का महीना अपने आखिरी चरण में है और कुछ दिनों बाद जून का महीना आने वाला है। वहीं, गर्मी भी अपने पूरे शबाब पर है। दिन में लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है और लोग भीषण गर्मी से बचने के लिए कूलर और पंखे का सहारा ले रहे हैं. लेकिन इस भीषण गर्मी में पंखे और कूलर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में लोगों को एक ही विकल्प नजर आता है और वह है एसी।

ऐसे में लोग एसी खरीद रहे हैं और बाजार में आपको एसी के कई तरह के लेटेस्ट मॉडल आसानी से मिल जाएंगे. लेकिन आपने देखा होगा कि अब दुकानों पर नॉन इनवर्टर और एसी इनवर्टर भी मिल रहे हैं। लेकिन अगर आप सोच रहे हैं कि हम उनके बारे में क्यों बात कर रहे हैं, तो आपके लिए यह जानना जरूरी हो जाता है कि अगर आप एसी खरीदने जा रहे हैं तो आपको उनके बीच का अंतर पता होना चाहिए। नहीं तो भविष्य में आपको बिजली बिल की वजह से भी परेशानी हो सकती है। तो आइए हम आपको उनके बारे में बताते हैं। इस बारे में आगे की स्लाइड्स में पढ़ सकते हैं…

बिजली बिल के लिए रोने की जरूरत नहीं : बात करते हैं बिजली बिल की। नॉन-इन्वर्टर एसी की तुलना में इनवर्टर एसी चलाने का बिजली बिल कम होता है। इससे बिजली की बचत होती है और हर महीने एसी चलाने के बाद भी आपको ज्यादा बिल नहीं देना पड़ता है।

कीमत में अंतर : जबकि इन्वर्टर एसी नॉन-इन्वर्टर एसी की तुलना में कम बिजली की खपत करता है, वहीं उनकी लागत में भी अंतर होता है। दरअसल, इनवर्टर एसी नॉन-इन्वर्टर एसी के मुकाबले थोड़ा महंगा होता है।

क्षमता कैसी है? Non-inverter and Inverter AC की क्षमता की बात करें तो एक तरफ नॉन-इन्वर्टर एसी नियमित गति की क्षमता से चलता है। तो वहीं दूसरी तरफ इन्वर्टर एसी में तापमान के साथ-साथ स्पीड और कैपेसिटी में भी बदलाव होता है।

ठंडक में भी फर्क होता है : Inverter AC Non-Inverter की तुलना में तेजी से कमरे को ठंडा करता है। इन्वर्टर एसी कंप्रेसर की मोटर की गति को नियंत्रित करता है। ऐसे में जब कमरा ठंडा हो जाता है तो इन्वर्टर एसी में लगा कंप्रेसर बंद नहीं होता बल्कि कम स्पीड से काम करता रहता है। इससे कमरे का तापमान स्थिर रहता है। जबकि नॉन-इन्वर्टर एसी में यह उल्टा होता है।