Train Ticket पर 10 अंकों वाला PNR नंबर क्यों लिखा रहता है? यहां अपना कंफ्यूजन दूर करें…

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Indian Railway News : भारतीय रेलवे यात्रा के लिए लाइफ लाइन माना जाता है। ट्रेन से रोजाना 2.5 करोड़ से अधिक लोग यात्रा करते हैं। ऐसे में कई रूटों पर ट्रेन में भिड़ अधिक होती है, जिससे टिकट कन्फर्म मिलना थोड़ा मुश्किल होता है। ऐसे में लोग वेटिंग टिकट लेते हैं।

यात्रा से पहले कई बार चेक करना होता है कि टिकट कन्फर्म हुआ की नहीं। इसके लिए टिकट पर दिए गए PNR नंबर से चेक करते हैं। अब सोच रहे इस PNR नंबर का फुल फॉर्म क्या है और इसका मतलब क्या होता है तो आइए जानते हैं विस्तार से।

PNR नंबर का पूरा नाम पैसेंजर नेम रिकॉर्ड है। यह नंबर एक उपयोगी नंबर है। पीएनआर नंबर बुक की गई ट्रेन टिकट की वर्तमान स्थिति जैसे कन्फर्म, वेटिंग लिस्ट या आरएसी दिखाता है। यह 10 अंकों का एक अनूठा नंबर है जो हर बुक किए गए आरक्षण टिकट को जारी किया जाता है। इसमें यात्री या यात्री के साथ आने वाले समूह का यात्रा कार्यक्रम होता है।

इस पीएनआर नंबर से टिकट का स्टेटस पता चलता है। यानी पीएनआर नंबर बुक की गई ट्रेन टिकट का मौजूदा स्टेटस दिखाता है जैसे कन्फर्म, वेटिंग लिस्ट या आरएसी। रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र (सीएसआईआर) एक डेटाबेस चलाता है।

यात्रियों की सारी जानकारी इसमें फीड और स्टोर की जाती है। जब भी कोई व्यक्ति IRCTC की वेबसाइट, निजी ट्रैवल वेबसाइट या टिकट काउंटर से भारतीय रेलवे का टिकट खरीदता है, तो सिस्टम हर बार 10 अंकों का पीएनआर स्टेटस नंबर जेनरेट करता है।

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Nitesh Kumar Jha
Nitesh Kumar Jha

नितेश कुमार झा पिछले 2.5 साल से thebegusarai.in से बतौर Editor के रूप में जुड़े हैं। इन्हें भारतीय राजनीति समेत एंटरटेनमेंट और बिजनेस से जुड़ी खबरों को लिखने में काफी दिलचस्पी है। इससे पहले वह असम से प्रकाशित अखबार दैनिक पूर्वोदय समेत कई मीडिया संस्थानों में काम किया। उनके लेख प्रभात खबर, दैनिक पूर्वोदय, पूर्वांचल प्रहरी और जनसत्ता जैसे अखबारों में भी प्रकाशित हो चुके हैं। अभी नीतेश दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से MA मास मीडिया कर रहे हैं।

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