क्या आप जानते है भारत में शुरू हुई थी पहली AC ट्रेन? बोगी को बर्फ से किया जाता था ठंडा…

India First AC Train: आज भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क बन चुका है जहां से हर रोज हजारों ट्रेनें गुजरती है और करोड़ों लोग सफर करते हैं. वैसे रेलवे की ओर से यात्रियों के सुविधा सुरक्षा का खास ख्याल रखा जाता है. रेलवे यात्रियों के लिए अलग-अलग तरह के कोच भी ऑफर करती है.

कुछ लोग AC में जाना पसंद करते है और कुछ लोग स्लीपर में तो वहीं कुछ लोग जनरल में, लेकिन क्या आपने कभी सोच देश में आखिर अब पहली एसी वाली ट्रेन (First AC Train) चलाई गई थी? अगर नहीं तो आज हम इस आर्टिकल में इसी पर बात करेंगे. आइए जानते है।

दरअसल, भारत में पहली ट्रेन को 1853 में शुरू किया गया था. जबकि पहली AC ट्रेन 1934 में चलाई गई. जिसका नाम फ्रंटियर मेल रखा गया था. लेकिन कुछ समय बाद इसे पंजाब मेल के नाम से जाना जानें लगा. जिसे बॉम्बे और अफगानिस्तान के बॉर्डर तक के लिए शुरू किया गया था. लेकिन कमाल की बात तो ये है की उस समय बिजली नहीं थी और कोयले से चलने वाले ट्रेन में AC कोच कैसे लगाया और चलाया जाता था? ये सवाल उठता है.

ऐसे ठंडा करते थे AC कोच

अब आप भी इस बात से वाकिफ होंगे उस समय ट्रेनों को कोयले से चलाया जाता था. क्योंकि एयरकंडीशनर नहीं हुआ करता था और AC कोच को ठंडा करने के लिए बर्फ का इस्तेमाल किए जाता था. ट्रेन शुरू होने से पहले कोच में बर्फ की सिल्लि रख दी जाती थी. जिसकी मदद से पूरी कोच ठंडी हो जाती थी. लेकिन यह सुनने में जितना आसान लग रहा है उतना आसान नहीं था क्योंकि कुछ समय बाद बर्फ गल जानें पर दुबारा से भरना पड़ता था. जिसके लिए अलग से लोग रखें गए थे.

450 लोग ही कर पाते थे सफर

दरअसल, ट्रेन को चलाया गया तो उस समय केवल इस ट्रेन में एक साथ 450 लोग ही सफर कर पाते थे. क्योंकि इसमें 6 डिब्बे ही जोड़े गए थे. लेकिन ये फर्स्ट और सेकेंड कोच उस समय भी हुआ करते थे. जिसमें मनोरंजन के लिए ताश के पत्ते और न्यूज पेपर रखें जाते थे.

72 घंटो का सफर

इस ट्रेन में केवल ब्रिटिश अधिकारी और स्वतंत्रता सेनानी ही सफर करते थे. जिसे मुंबई से दिल्ली होते हुए पंजाब और लाहौर के रास्ते पेशावर के लिए चलाया जाता था. ये ट्रेन अपना पूरा सफर 72 घंटे में पूरा करती थी. यहां तक की इस ट्रेन में नेता सुभाष चन्द्र बोस और महात्मा गांधी भी सफर कर चुके है.