LHB Coach vs ICF Coach : Train के नीले कोच और लाल कोच में क्या अंतर है? कन्फ्यूजन दूर करें…

LHB Coach vs ICF Coach :  भारतीय रेलवे (Train) के कोच को दो रंगों में अक्सर देखा जाता है. जिसमें एक रंग गहरा नीला और दूसरा रंग लाल होता है. वैसे तो हर रोज करोड़ों लोग ट्रेन से सफर करते हैं लेकिन काफी कम लोग हैं. जिनका नजर ट्रेन की कोच पर जाता है और वह सोचते होंगे कि आखिर ट्रेन के कोच को दो रंगों में क्यों विभाजित किया गया है क्या है इसके पीछे की वजह ? अगर आपको भी ऐसा ही कुछ सोचते हैं तो आपके सवाल का जवाब आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे.

किस धातु से बने होते हैं ट्रेन के कोच ?

सबसे पहले नीले रंग का ट्रेन कोच (ICF) स्टील का बना होता है. जिसका वजन काफी अधिक होता है. वहीं लाल रंग का कुछ स्टेनलेस (LHB) स्टील से बना होता है. जिसका वजन नीले रंग के कुछ की तुलना में 10% कम होता है.

किस कोच का ब्रेकिंग सिस्टम तगड़ा ?

नीले रंग का ट्रेन कोच (ICF) मे एयर ब्रेकिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है. इस कोच वाली ट्रेन को ब्रेक लगाने के बाद करीब कुछ दूरी जाने के बाद यह रुक जाती है. वहीं लाल रंग की खोज वाली ट्रेन में डिस्क ब्रेक दिया गया है, जिसे काफी कम दूरी पर रोका जा सकता है.

किस ट्रेन का सस्पेंशन बेहतर ?

नीले रंग वाली कोच का सस्पेंशन लाल रंग की ट्रेन के मुकाबले काफी कम होता है. इसीलिए नीली रंग वाली ट्रेन के चलते समय कॉपी आवाज आती है, जबकि लाल रंग वाली ट्रेन में उतना शोर नहीं सुनाई देता है. इसके अलावा ICF वाले ट्रेन में साइड सस्पेंशन दिया होता है जिसकी वजह से यात्रियों को हमेशा झंझट बना रहता है.

दुर्घटना के दौरान कौन सा कोच करता बचाव ?

दरअसल, दुर्घटना के दौरान नीले रंग की देखने वाली ट्रेन के डिब्बे एक दूसरे पर चढ़ जाते हैं ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उसको डुअल बंपर सिस्टम से जोड़ा गया है, जबकि लाल रंग डिब्बे वाली ट्रेन के डिब्बे एक दूसरे पर नहीं चढ़ते हैं. क्योंकि इसको सेंटर बफर कॉलिंग सिस्टम से जोड़ा गया है. इसीलिए इस ट्रेन के हादसे में जान का खतरा कम होता है.

किस ट्रेन में होता है अधिक सीट ?

नीले रंग की ट्रेन के स्लीपर कोच में 72 सीट और 3AC में 64 सीट दिए गए है. जबकि लाल रंग की ट्रेन के स्लीपर कोच में 80 सीट और 3AC में 72 कोच दिए गए है. अब ऐसे में जाहिर सी बात है कम सीट वाले ट्रेन को बेतार कहा जा सकता है.