Pakistan invite to PM Modi : भारत और Pakistan के बीच जो राजनीतिक मसले है, वह आज किसी से भी छुपे हुए नहीं है. यही वजह है कि एक दशक से भी ज्यादा समय हो चुका है. दोनों देशों के बीच कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली जाती है और भारत- पाकिस्तान के रिश्तों में हमेशा खटास बनी रहती है, पर इस वक्त देखा जाए तो इस साल अक्टूबर में होने वाली शासनध्यक्षों की परिषद की बैठक में पाकिस्तान ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) को आमंत्रित किया है. 15 से 16 अक्टूबर को शासन अध्यक्षों की परिषद की बैठक की मेजबानी पाकिस्तान करने वाला है जिसने भारत के साथ-साथ कई शंघाई सहयोग संगठनों के अन्य नेताओं को भी न्योता दिया है.
पाकिस्तान नहीं जाएंगे PM Modi
भले ही पाकिस्तान ने पीएम मोदी (PM Modi) को न्योता भेजा हो लेकिन यह स्पष्ट है कि पीएम मोदी इस बार शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में हिस्सा लेने के लिए इस्लामाबाद नहीं जाएंगे. इसकी संभावना है कि उनकी जगह किसी वरिष्ठ मंत्री को मनोनीत किया जाएगा. दोनों देशों के संबंधों को देखते हुए इसकी संभावना बहुत कम जताई जा रही है कि पीएम मोदी पाकिस्तान का दौरा करेंगे.
आपको बता दे कि 8 वर्षों में यह पहली बार है जब पाकिस्तान ने भारत के प्रधानमंत्री को आमंत्रण दिया है. पूरी दुनिया की इस बात पर निगाह है कि क्या तनावपूर्ण संबंधों के बीच पीएम मोदी इस्लामाबाद का दौरा करेंगे या फिर उनकी जगह कोई और नेता भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए वहां पहुंचेंगे.
बड़ी-बड़ी सदस्यों को मिलती है मेजबानी
दरअसल शंघाई सहयोग संगठन 18 सदस्यीय बहुपक्षीय संगठन मानी जाती है, जिसकी स्थापना 15 जून 2001 को शंघाई, चीन में हुई थी. कजाकिस्तान, चीन, किर्गिस्तान, रूस, ताजकिस्तान, भारत, पाकिस्तान और उज्बेकिस्तान इसके सदस्य है. शंघाई सहयोग संगठन की मेजबानी बारी-बारी से इसके सदस्य देशों को मिलती है.
इसी के तहत इस बार की बैठक की मेजबानी पाकिस्तान को मिली है. इससे पहले यह देखा गया था कि कजाकिस्तान में हुई बैठक में पीएम मोदी (PM Modi) शामिल नहीं हुए थे, क्योंकि उस समय आम चुनाव का समय था जिनकी जगह पर विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल हुए थे.