PM Modi Brunei Visit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) जब से ब्रुनेई (Brunei) के लिए रवाना हुए हैं, तब से लगातार यह जगह चर्चा का विषय बना हुआ है. आपको बता दे कि यह एक ऐसा मुस्लिम देश है जो शरीयत कानून और यहां के सुल्तान की लग्जरी लाइफ को लेकर हमेशा सुर्खियों में छाया रहता है, पर बात जब इकोनॉमी की आती है तो यह देश काफी संपन्न है और भारत से काफी आगे है.
Delighted to meet His Majesty Sultan Haji Hassanal Bolkiah. Our talks were wide ranging and included ways to further cement bilateral ties between our nations. We are going to further expand trade ties, commercial linkages and people-to-people exchanges. pic.twitter.com/CGsi3oVAT7
— Narendra Modi (@narendramodi) September 4, 2024
यहां की करेंसी वैल्यू भारत से इतनी ज्यादा है कि आपके होश उड़ जाएंगे. वहां पर डॉलर का चलन है. इस वक्त देखा जाए तो सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया के निमंत्रण पर पीएम मोदी सबसे पहले ब्रुनेई दारूस्सलाम का दौरा करेंगे. यह किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली विपक्षीय यात्रा होगी.
इतनी है इस देश की करेंसी
पीएम मोदी (PM Modi) जिस ब्रुनेई (Brunei) के लिए रवाना हुए हैं वहां का 1 डॉलर 64.59 रुपए के बराबर है जो अमेरिकी डॉलर से थोड़ा सा कम माना जाता है. अगर इस देश के करेंसी नोट में सबसे बड़े नोट की बात करें तो वह $10000 का था, जिसे 2020 में बंद कर दिया गया. मौजूदा स्थिति में यहां $1000 का नोट सबसे बड़ा माना जाता है जिसकी कीमत भारत में 64000 के बराबर मानी जाती है.
इस बात से आप समझ सकते हैं कि भारत में इसकी कीमत कितनी ज्यादा होगी. अगर आप भारत में इस नोट को लाते हैं तो सिर्फ एक नोट के जरिए काफी कुछ किया जा सकता है.
बेहद खास है पीएम मोदी की ये यात्रा
ब्रुनेई (Brunei) यात्रा पीएम मोदी के लिए काफी खास मानी जा रही हैं जहां पर वह भारत में पर्यटन और निवेश से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करेंगे. साथ ही साथ रक्षा, व्यापार, ऊर्जा, स्वास्थ्य और निवेश जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होगी. ब्रुनेई (Brunei) एक ऐसा देश है जहां लगभग 14000 भारतीय प्रवासी रहते हैं. आपको बता दे कि पीएम मोदी की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब दोनों देश राजनयिक संबंधों के 40 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं. इसके बाद पीएम मोदी को सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस सॉन्ग के निमंत्रण पर वहां की यात्रा भी करनी है जो 4 से 5 सितंबर के बीच निर्धारित की गई है.