बाढ़ सुरक्षा को लेकर ग्रामीणों ने प्रशासन के साथ की बैठक,अधिकारियों ने तटबंध के रिसाव, कटाव स्थलों का निरीक्षण किया

खोदावंदपुर/बेगूसराय: बुधवार को बूढ़ीगंडक नदी के तटबंध की सुरक्षा को लेकर प्रशासन पब्लिक के बीच एक आपात बैठक बरियारपुर पश्चिमी पंचायत भवन परिसर में आयोजित की गयी. बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी बीडीओ सह सीओ सुबोध कुमार ने बताया कि बूढ़ीगंडक नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. इससे डरने की कोई बात नहीं है, लेकिन सचेत रहना जरूरी है.

उन्होंने बताया कि बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल रोसड़ा के अभियंताओं के अलावे वरीय प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा भी लगातार तटबंध की निगरानी की जा रही है. तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है.वहीं थानाध्यक्ष दिनेश कुमार ने बताया कि तटबंध पर होमगार्ड के जवानों, जनप्रतिनिधियों एवं आम नागरिकों के सहयोग से भी बांध की देखरेख की जा रही है. तटबंध में बने रेनकटर एवं कटाव स्थलों का बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल रोसड़ा के अभियंताओं द्वारा मजदूरों से बांध की दुरुस्त करवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि तटबंध में अगर किसी भी तरह की परेशानी होती है तो इसकी सूचना अविलंब प्रशासन को दें, प्रशासन आपके साथ है.

इस मौके पर सरपंच लक्ष्मी यादव, पैक्स अध्यक्ष उमेश प्रसाद गुप्ता, प्रखंड रालोसपा अध्यक्ष तरुण कुमार रौशन, मुखिया प्रतिनिधि गिरीश कुमार उर्फ सुमन सौरभ, जदयू नेता मदन कुमार उर्फ मनोज सहनी, ग्रामीण अरुण गुप्ता, योगेन्द्र चौधरी, रंजीत गुप्ता, गोपाल गुप्ता, रामचन्द्र यादव, अजीत कुमार सोनी, प्रमोद मालाकार, बालीचरण महतो, रामनारायण चौधरी सहित अनेक लोगों नेे बूढ़ी गंडक नदी केे जलस्तर में वृद्धि के कारण तटबंध सेे निकल रहेे रिसाव को बंद करने, बांध पर मिर्जापुर घाट से दरगाह टोला के समीप तक पर्याप्त लाइटिंग की व्यवस्था करनेे, प्रतिनियुक्त जवानों से रात में विशेष गश्ती करने, रिंग बांध की मजबूती के लिए तत्काल ईट सोलिंग करने, बरियारपुर पश्चिमी मस्जिद के समीप 500 मिट्टी भरी बोरा उपलब्ध कराने एवं बांध की रखवाली के लिए बारिश व धूप से बचाव के लिए दो जगह पंडाल की व्यवस्था करवाने की मांग प्रशासन से की है.

प्रशासन ने ग्रमीणों की हर समस्या का सामाधान करवाने का आश्वासन दिया. बैठक के बाद अधिकारियों ने तटबंध के रिसाव, कटाव व रेनकटर स्थलों का भी निरीक्षण किया. तथा बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल रोसड़ा के कनीय अभियंता रामप्रवेश कुमार से बातचीत कर उक्त स्थलों का अविलंब दुरुस्त करवाने का निर्देश दिया.