प्लास्टिक बैग पीचिंग के बाद भी बेदुलिया बांध में रिसाव जारी, ग्रामीणों ने जिओ बैग पीचिंग करवाने का किया मांग

खोदावंदपुर : जिला पदाधिकारी के आदेश पर बेदुलिया गांव स्थित बूढ़ी गंडक नदी के तटबंध पर प्लास्टिक बैग पीचिंग के बाद अब भी रिसाव जारी है।दहशतजादा ग्रामीणों ने रिसाव स्थल पर जिओ बेग पीचिंग करवाने की मांग जिला पदाधिकारी से किया है।ग्रामीणों का कहना है कि प्लास्टिक बैग पीचिंग से बांधों में हो रहे रिसाव को रोकने में नाकाफी साबित हो रहा है। मंगलवार को सैकड़ो की संख्या में जुटे ग्रामीणों ने बताया कि जलस्तर में जिस तरह से बढ़ोतरी हो रही है, और यही सिलसिला जारी रहा तो इस बांध से पानी का रिसाव और तेज हो जाएगा।

लोगों का मानना है कि जियो बैग इस रिसाव को रोकने में कामयाब होगा।समय रहते यदि बेदुलिया स्थित बांधो पर जियो बैग पीचिंग नही किया जाता है तो खतरे से खाली नही होगा।बताते चले कि जलस्तर बढ़ने से बेदुलिया स्थित बूढ़ी गंडक नदी के तटबंध रविवार से ही कटाव और सिम्पेज होने लगा।ठीकेदार के कर्मियों ने स्थानीय लोगो की मदद से कटाव और रिसावरोधी कार्य युद्ध स्तर पर किया जाने लगा।लेकिन सोमवार तक कटाव और बांधो से हो रहे रिसाव पर काबू नही पाया। आनन फानन में स्थानीय जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों ने इसकी जानकारी बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल रोसड़ा के कार्यपालक अभियंताओं के अलावे स्थानीय पदाधिकारी और जिला पदाधिकारी को दिया।

घटना की जानकारी मिलते ही सोमवार को ही बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल रोसड़ा के अभियंता व कर्मियों के टीम के अलावे जिला पदाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा कटाव स्थल पर पहुंचे।साथ ही बाढ़ राहत में लगे बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के टीम व ठीकेदारों को काम मे तेजी लाने का निर्देश दिया।वहीं सहायक अभियंता चंद्रशेखर आजाद को निर्देशित करते हुए डीएम श्री वर्मा ने कहा कि 24 घंटे में बेदुलिया स्थित नवनिर्मित बांध के अंदरूनी भाग में प्लास्टिक बैग पीचिंग करावें।ताकि बांध में हो रहे कटाव को रोका जा सके।खबर लिखे जाने तक कटाव स्थल पर बांध के तीन हिस्सों में ठीकेदार द्वारा प्लास्टिक बैग पीचिंग कर लिया गया है।बांधो में हो रहे कटाव तो कम हुआ है,लेकिन पानी का रिसाव अब भी अनवरत जारी है।