सूख रही है फसल तालाबंद है सरकारी नलकूप, ग्रामीणों ने किया नलकूप आपरेटर का घेराव

बखड्डा नलकूप समेत अधिकांश सरकारी नलकूप है बंद, सिंचाई के लिए भटक रहे किसान।

छौड़ाही (बेगूसराय) : छौड़ाही प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश नलकूप सरकारी लाखों रुपए मरम्मती मद में खर्च करने के बावजूद ताला बंद पड़ा है। वर्षा हो नहीं रही है, खरीफ मौसम की मुख्य फसल धान खेत में पानी के बिन न सूख रही है। 250 प्रति घंटे नीजी बोरिंग से पटवन करने में सक्षम नहीं होने वाले किसान आक्रोशित हो नलकूप चालकों का घेराव प्रदर्शन करने पर उतारू हो गए हैं। ताजा मामला मंगलवार को छौड़ाही प्रखंड क्षेत्र के सरकारी नलकूप बखड्डा एक सरकारी नलकूप का है। जहां पहुंच किसानों ने नलकूप चलाने में असमर्थतता व्यक्त करते ही किसानों ने आपरेटर का घेराव कर लिया।

स्थानीय किसान जीवछ कुमार यादव, भरत यादव, मोहम्मद सदरुल, सिंघेश्वर यादव, बालेश्वर यादव, रामप्रकाश साह, सखिचंद यादव, महावीर यादव, छोटे साह, राजन कुमार ,अमरजीत कुमार यादव, राम उदय यादव का कहना था कि इस नलकूप से बखड्डा गांव का 50 एकड़ खेत सिंचित था। पिछले वर्ष पंचायत को ही नलकूप चलाने का जिम्मा दिया गया । लाखों खर्च भी किए गए, लेकिन किसानों को कोई फायदा नहीं हुआ। मरम्मत के नाम पर बंद किया गया नलकूप आज तक ताला बंद है। जबकि बोरिंग और मशीनरी में कोई गड़बड़ी नहीं है।

किसान मोहम्मद बदरुल, जीवछ कुमार यादव का कहना था कि पंचायत के मुखिया से जब हम किसान ताला खोलने की गुहार लगाते हैं तो वह बताते हैं कि पूर्व मुखिया के पास चाबी है। पूर्व मुखिया कुछ बोलते नहीं हैं। जबकि प्रशासन कहती है कि सब नलकूप चालू है पटवन हो रहा है। इन सब के चक्कर में 10 एकड़ से ज्यादा धान सूख गया है। बाकी फसल भी पानी बिन मुरझा रही है। किसानों का कहना था कि पहले 30 रुपए प्रति कट्ठा शुल्क देकर सरकारी नलकूप से आसानी से पट बंद कर लेते थे। अब हम लोग ढाई 250 रुपए प्रति घंटे खरीद कर खेत में पानी नहीं पटाने में सक्षम नहीं है। इसलिए किसानी भेष में ही अपना दर्द लेकर नलकूप के सरकारी आपरेटर का घेराव कर रहे हैं। नलकूप आपरेटर महोदय ताला तोड़ने पर केस मुकदमा होने की बात का नलकूप चालू करने से इंकार कर रहे हैं।इस संदर्भ में सावत पंचायत के मुखिया काजल देवी का कहना है कि पंचायत के किसी भी नलकूप का चाबी या प्रभार पूर्व मुखिया द्वारा अभी तक नहीं मिला है। इसलिए इस संदर्भ में कुछ कहना सही नहीं होगा।

15 पंचायत और अकेले हैं नलकूप आपरेटर : इस संदर्भ में सरकारी नलकूप आपरेटर हरि नारायण साह का कहना है कि छौड़ाही प्रखंड क्षेत्र के 10 एवं बखरी प्रखंड क्षेत्र के पांच पंचायत के 55 सरकारी नलकूप के हम अकेले आपरेटर हैं। हमारी पोस्टिंग छौड़ाही के एक इस सरकारी नलकूप पर है। हमारी जिम्मेदारी निगरानी कर रिपोर्ट जिला को देने की है। चुनाव के बाद पूर्व मुखिया और जी वर्तमान मुखिया जी मे प्रभार की समस्या है। उन्होंने बताया कि 15 पंचायत के नलकूप को देखरेख का जिम्मा दिया गया है लेकिन पंचायत या विभाग द्वारा कोई भत्ता नहीं दिया जा रहा है। आपरेटर ने बताया कि 15 पंचायत के अधिकांश नलकूप की यही स्थिति है। अब ताला तोड़ेंगे तो केस मुकदमा का झंझट कौन लेगा। स्थिति के संदर्भ में जिला को रिपोर्ट भेज दिए हैं।