घर के मुख्य दरवाजे पर ऐसे न लगाएं गणेश जी की तस्वीर, बिगड़ जाएंगे सभी काम! जानें –

Ganesha : वास्तु शास्त्र में हमारे घर की सभी चीजों को लेकर नियम बने हुए हैं। इसलिए चाहे आप कोई नई चीज ला रहे हो या किसी चीज की स्थापना कर रहे है सभी के लिए वास्तु नियम बनाए गए है। ऐसा ही नियम भगवान गणेश (Ganesha) की प्रतिमा को लेकर बनाया गया है जिसे आपके घर के मुख्य दरवाजे पर लगाते हुए देखे होंगे।

ऐसा कहा जाता है कि गणेश जी के सामने रिद्धि सिद्धि रहती हैं और उनके पीछे की तरफ दरिद्रता और गरीबी रहती हैं। इसीलिए गणेश जी की मूर्ति की स्थापना करते समय हमें कुछ वास्तु नियमों का पालन करना चाहिए ताकि घर में हमेशा सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहे।

वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि घर के मुख्य दरवाजे पर गणेश जी की दो मूर्ति लगानी चाहिए जो इस प्रकार रखी हो ताकि एक की नजर घर के बाहर की तरफ तो दूसरे की नजर घर के अंदर की तरफ हो।

गणेश जी (Ganesha) के सामने रिद्धि सिद्धि निवास करते हैं जो सभी कामों को शुभकामनाएं बदल देती है तो वहीं पीछे की तरफ दरिद्रता निवास करती है। तो अगर आप गणेश जी की पीठ के अंदर की तरफ करते हैं तो इससे आपके घर में गरीबी आती है और आर्थिक समस्याओं के साथ अन्य समस्याएं भी आती रहती हैं।

वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि गणेश जी रिद्धि सिद्धि के दाता है और उनकी पीठ के दर्शन करने से आपके घर में गरीबी आने लगती है। इसलिए अगर कोई धनवान व्यक्ति है तो भी वह गणेश जी (Ganesha) की पीठ का दर्शन नहीं करता है। अगर आप गलती से कभी गणेश जी की पीठ का दर्शन कर लेते हैं तो आपको माफी मांगनी चाहिए और उनकी पूजा करनी चाहिए।

भगवान श्री गणेश के अलावा भगवान विष्णु और श्री कृष्ण की पीठ के दर्शन भी नहीं करने चाहिए। ऐसा करना ऐसा भी अशुभ फल देता है और आपके सारे किए हुए अच्छे कर्म बुरे बन जाते है। अगर आप इन भगवान के मंदिर में भी जाते हैं तो कभी भी पीठ दिखाकर वापस नहीं आना चाहिए। ऐसा करने से आपके घर मे धन, बुद्धि और यश का नाश होता है।