Raksha Bandhan : रक्षाबंधन पर भूलकर भी न खरीदें ये राखी, जानें – शुभ और अशुभ…

Raksha Bandhan : सावन मास की समाप्ति यानी सावन पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है। यह त्यौहार भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है। 30 अगस्त को आने वाले रक्षाबंधन के दिन भद्रा काल भी है इसलिए आपको कुछ सावधानी बरतनी होगी।

आप 30 अगस्त को रात 9:02 बजे के बाद राखी बांध सकती है। भाई बहन के अटूट प्रेम को दर्शाने वाले राखी के त्यौहार को भद्रा काल में ना बनाने का एक कारण भी है जिसके बारे में आपको पता होना चाहिए।

आपको बता दें कि भद्रा काल ऐसा समय होता है जब कोई भी शुभ काम नहीं किया जा सकता है। भद्रा अलग करने का या विनाश करने वाला तत्व है लेकिन रक्षाबंधन जोड़ने का दिन है। इसलिए ये बात हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए कि भद्रा काल के समय बहनें अपने भाइयों को राखी नहीं बांधती है। इसके अलावा आपको राखी खरीदते समय भी कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।

इन बातों का रखे ध्यान

राखी खरीदते समय ध्यान रखें कि इसमें काले रंग का प्रयोग ना हो। आज के आधुनिक युग में कई तरह की राखियाँ आने लग गई हैं लेकिन उन्हें बांधने में कोई परेशानी नहीं है। लेकिन हमेशा अपने भाई को सूती रक्षा सूत्र जरूर बांधना चाहिए। अगर किसी कारण से आप रक्षा सूत्र नहीं खरीद पाई है तो आप कलावा भी बांध सकती है।

गिफ्ट

जब बहनें राखी या कलावा बांधती है तो भाई को कभी भी खाली हाथ नहीं रहना चाहिए। इस समय भाई को अपनी बहन के लिए धन या कोई उपहार जरूर रखना चाहिए। इस त्यौहार में भाई अपने बहन के प्रति प्यार दर्शाता है। बहन के मन में अज्ञात भय को सकारात्मक प्रकाश से भरने का।

मिठाई

भाई के लिए खरीदी जाने वाली मिठाई कठोर या हार्ड नहीं होनी चाहिए। मिठाई में रस हो ताकि भाई बहन में भी प्यार का रस कभी कम ना हो। इसके अलावा मिठाई में भी काला या भूरा रंग नहीं होना चाहिए। परंपरागत और सांस्कारिक मिठाई जैसे लड्डू, दूध की बर्फी , केसरिया बर्फी, स्पंज, रसमलाई आदि दे सकते हैं।