सावन के पहले सोमवारी पर पंचक का साया, महादेव को पूजा करने से पहले जान लें जरूरी बातें!

Sawan Somvar : भगवान शिव के लिए सावन का महीना में बहुत प्रिय होता है और इस बार अधिक मास होने के कारण सावन 2 महीने का है। 4 जुलाई से शुरू हो चुका सावन का महीना 31 अगस्त को समाप्त होगा और आज 10 जुलाई को सावन का पहला सोमवार है।

पहले सोमवार को सभी भक्त व्रत रखेंगे और मंदिरों में शिव जी की पूजा करने के लिए भीड़ भी लगी रहेगी। सोमवार को जलाभिषेक से भगवान शिव की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है। लेकिन आपको बता दें इस बार पहले सोमवार को पंचक का साया है और आप को पूजा करते समय कुछ विशेष बातों को ध्यान रखना होगा।

इतने समय तक रहेगा पंचक का साया

देखा जाये तो पंचक 6 जुलाई को दोपहर 1 बजकर शुरू हो चुके है जो 10 जुलाई को शाम 7 बजे समाप्त होंगे। इस तरह सावन के पहले सोमवार को पंचक का साया रहेगा और लोगों के मन में सवाल है कि ऐसे में किस तरह भगवान शिव की पूजा कर सकेंगे? लेकिन ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार पंजाब की शुरुआत गुरुवार से हुए हैं जो नुकसानदायक नहीं है और इसलिए पहले सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने में कोई दिक्क़त नहीं है।

पहले सोमवार को पूजा ला शुभ योग और मुहूर्त

पहले सोमवार को पंचक तो है लेकिन इस दिन सुकर्मा योग और रेवती नक्षत्र रहेगा जो काफी शुभ है। इसके अलावा श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी है जिस दिन रुद्रावतार बाबा काल भैरव की पूजा की जाती है। इस तरह शिवजी की पूजा का विशेष योग बन रहा है।

पहले सोमवार को सुकर्मा योग दोपहर 12 बजकर 34 मिनट से पूरी रात रहेगा और इस दिन अभिजीत या शुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजे से 12:54 बजे तक रहेगा। इस दिन शिव और गौरी का साथ होने से शिववास है और इस दिन रुद्राभिषेक किया जाता है। इस दिन सुबह से लेकर शाम 6 बजे तक रुद्राभिषेक का शुभ मुहूर्त है।