Geeta Ka Gyan : भूलकर भी न करें इन लोगों का अपमान, गीता में ‘श्रीकृष्ण’ ने है बताया….

Geeta Ka Gyan : हिंदू धर्म में रामायण और श्रीमद् भागवत गीता को सबसे बड़े ग्रंथ माने जाते है। हालांकि श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था और उन्होंने ऐसी कई चीजे उन्हें बताई थी जिनका भूलकर भी अपमान नहीं करना चाहिए। गीता में बताये गए ज्ञान के अनुसार ही अर्जुन ने महाभारत का युद्ध जीता था।

आज हम आपको ऐसी ही 7 बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका आपको कभी भी अपमान नहीं करना चाहिए वरना आपको बाद में पछतावा होगा। श्री कृष्ण ने भागवत गीता में बताया है कि अगर आप इन चीजों का अपमान करते हैं तो आपके घर में कभी भी सुख शांति नहीं होंगे और धन की हमेशा कमी रहेगी। आइये जानते है इनके बारे में…..

देवता :
हिंदू धर्म में देवताओं को सबसे बड़ा स्थान दिया गया है और इनका अपमान और अवज्ञा करना सबसे बड़ा विनाशकारी हो सकता है। आपको हमेशा देवताओं का सम्मान करना चाहिए और उनकी भूलकर भी अवज्ञा नहीं करनी चाहिए। देवताओं का अपमान करने से प्राकृतिक संतुलन भी कर सकता है।

वेद :
भारतीय संस्कृति के प्राचीन और अद्भुत ग्रंथ वेदों को ही बताया गया है। वेदों में ज्ञान और विज्ञान के अनगिनत रहस्य छुपे हुए हैं। इसलिए कभी भी वेदों को अपमानित नहीं करना चाहिए और उनका तिरस्कार नहीं करना चाहिए वरना आपका भविष्य खतरे में आ सकता है।

गाय :
हिंदू धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया गया है और उसे पूजनीय भी माना गया है। गाय के संरक्षण और उनके आदर के लिए कई लोगों ने बलिदान भी दिया है। गाय का अपमान करने से घर की सुख-शांति और आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है।

ब्राह्मण :
हिंदू धर्म में ब्राह्मणों को उच्च स्थान दिया गया है और वह ज्ञान के प्रतीक माने जाते हैं। इसलिए कभी भी ब्राह्मण का भूलकर अपमान और निरादर नहीं करना चाहिए। ब्राह्मणों का तिरस्कार करने से व्यक्ति सभी सुखों से वंचित रहता है।

क्षत्रिय :
प्राचीन काल से ही क्षत्रिय प्रजा और देश की सुरक्षा करते आ रहे है और इन्हे राजा व सेनापति के वर्ग का माना जाता है। क्षत्रिय अपनी जान की परवाह किए बिना अपनी प्रजा और लोगों के लिए बलिदान दे देते हैं। इनके अपमान से समाज में अशांति फैल जाती है।

धर्म :
धर्म, जीवन की रहनुमाई और मार्गदर्शन प्रदान करता है। धर्म के विषय में अनावश्यक और गलत टिप्पणी से बचना चाहिए।

साधु :
साधु समाज को धर्म और अध्यात्म के बारे में बताते है। सदैव इनका सम्मान करना चाहिए और इनका आदर देना चाहिए। साधुओं का अपमान करने से आपका आत्मविश्वास गिर सकता है।