Vastu Shastra : घर में दूध का उफनना है अशुभ संकेत, जानें- इसके पीछे का वास्तु….

Vastu Shastra : हमारे साथ कई बार ऐसा होता है कि हम गैस पर दूध को चढ़ाकर भूल जाते हैं और किसी दूसरे काम में लग जाते हैं। लेकिन हमारा ध्यान हटते ही दूध उफन जाता है। घर में बड़े लोगों का यह कहना है कि यह दूध का उफनना बहुत ही अशुभ होता है। दूध को चंद्रमा का कारक माना जाता है और इसके उफनने से जरूर कोई बुरी खबर मिलती है। आइये आपको बताते है कि वास्तु शास्त्र के हिसाब से दूध का उफनना अशुभ क्यों माना जाता है?

लगता है चंद्र दोष

वास्तु शास्त्र के अनुसार दूध को चंद्र देव का कारक माना जाता है। इसलिए दूध के उफनने से चंद्र देव नाराज हो जाते है। ऐसा कहा जाता है कि अगर गैस पर चढ़ाया गया दूध बार-बार उफनता है तो इससे चंद्र दोष लग सकता है।

दूध गिरने से होते है ये नुकसान

वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा माना जाता है कि दूध उबलता है तो घर के सदस्यों का मानसिक तनाव बढ़ता है। इससे घर के सदस्यों पर आर्थिक संकट बढ़ जाता है। अगर इससे छुटकारा चाहते है तो आपको मोती की माला पहननी चाहिए और चंद्र देव को जल अर्पित करना चाहिए।

गृह क्लेश होने का है डर

ऐसा माना जाता है कि अगर दूध उफनता है तो घर में रहने वाले सदस्यों के बीच गृह क्लेश होता है। एक दूसरे से मतभेद होने लगता है और लड़ाई-झगड़ा होने की नौबत आ जाती है। इससे छुटकारा पाने के लिए आपको मंगल ग्रह और चंद्र देव को शांत करने का उपाय करना चाहिए।

लग सकता है वास्तु दोष

यदि बार-बार दूध उफनता हुआ नजर आए तो समझ लेना चाहिए कि घर में वास्तु दोष लग चुका है। अब आपके घर में आर्थिक संकट आने वाला है। वास्तु दोष को दूर करने के उपाय करने चाहिए, जिससे इसका प्रभाव कम हो सके।

घर से बाहर जाते हुए दूध उफनना

अगर आप किसी जरूरी काम से बाहर जाने वाले है और इसी समय दूध उफन जाये तो काम पूरा होने में बाधा आती है। ऐसा संकेत मिलना अशुभ माना जाता है। अगर दूध उफनता है तो उस समय भगवान को मीठा खिलाना चाहिए।

माँ अन्नपूर्णा हो सकती है नाराज

अगर हर रोज दूध उफनता है तो समझ लेना चाहिए कि घर में कोई जल्दी ही बीमार पड़ने वाला है। हर रोज दूध उफन कर नीचे गिरने से माँ अन्नपूर्णा भी नाराज हो सकती है। अगर ऐसा हो तो आपको माँ अन्नपूर्णा से क्षमा मांग लेनी चाहिए।