शारदीय नवरात्र 2019 : नवरात्र में हाथी पर आएंगी मां दुर्गा ,मुर्गे पर करेंगे प्रस्थान।

ज्योतिष शास्त्र में मां दुर्गा के आगमन एवं प्रस्थान के वाहन से ही अगले वर्ष के अच्छे बुरे फल का अंदाजा लगाया जाता है। बेगूसराय जिले के विद्वान ज्योतिषाचार्य पंडित हीरा झा के अनुसार इस बार माता का आगमन हाथी पर और प्रस्थान मुर्गा पर हो रहा है।
इसके अनुसार माता का आना तो बहुत ही शुभ माना जा रहा है। और जाना शुभ नहीं माना जा रहा है । मां दुर्गा कैलाश लोक से पृथ्वी पर हाथी पर सवार होकर आएंगी जिसका अर्थ है कि देवी पृथ्वी वासियों को प्रचुर मात्रा में बारिश होने का वरदान देकर जाएंगी। अर्थात पृथ्वी पर बारिश होने से फसल अच्छी होगी ।जिससे सुख और समृद्धि बनी रहेगी ।
देवी नवरात्रि के अंतिम दिन यानी विजयादशमी को पृथ्वी से कैलाश लोक की ओर मुर्गा पर सवार होकर प्रस्थान करेगी।
जिसका अर्थ है कि राष्ट्र और जनमानस के बीच विफलता अंतरयुद्ध अशांति क्षोभ आदि।

भगवती का कलश स्थापना 29 सितंबर रविवार को होगा ।
जिस दिन प्रथय पूजन मां के स्वरुप शैलपुत्री की पूजन होगी।

द्वितीय पूजन दूसरे दिन भगवती के ब्रह्मचारिणी का यानी 30 सितंबर सोमवार को होगा।
तृतीय पूजन ०1 अक्टूबर मंगलवार दिन चंद्रघंटा का,
चतुर्थ पूजन कुष्मांडा के स्वरूप का 2 अक्टूबर बुधवार दिन ,
3 अक्टूबर को पंचम पूजन स्कंद माता के स्वरूप का गुरुवार दिन।
षष्ठी पूजन एवं बिल्भा निमंत्रण(बेल के पेड़ में निमंत्रण) संध्या वेला में तथा कात्यानी मां का पूजन 4 अक्टूबर शुक्रवार के दिन। 5 अक्टूबर शनिवार के दिन सरस्वती आवाहन, नव पत्रिका प्रवेश, देवी जागरण, निशा पूजा के बाद काल रात्रि का पूजन आम जनता के दर्शनार्थ मां भगवती के पट खोल दिए जाएंगे।

इस दिन सप्तमी पूजन मां के कालरात्रि की होगी ।
6 अक्टूबर रविवार के दिन महाअष्टमी व्रत तथा अष्टमी स्वरूप मां के महागौरी का पूजन होगा । 7 अक्टूबर सोमवार के दिन नवमीव्रत, हवन ,कुमारी कन्याओं को भोजन कराना
एवं सिद्ध दात्रि मां के स्वरूप का पूजन होगा। 8 अक्टूबर मंगलवार के दिन विजयादशमी , कलश विसर्जन, सूर्योदय से पहले ,एवं नीलकंठ का दर्शन ।

जतरा के दिन दही चुरा का भोजन शुभ माना जाता है।