पूर्व प्राचार्य मंझौल काँलेज के बोढ़न प्रसाद सिह अब नही रहे

वामपंथी विचारधारा से लबरेज रामचरित्र सिंह कॉलेज मंझौल के संस्थापक प्राचार्य एवं इतिहास पर अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले प्रो बोढ़न प्रसाद सिंह का निधन दिल्ली में सोमवार की दोपहर इलाज के दौरान हो गया। अंतिम संस्कार भी दिल्ली में ही किया गया । मालूम हो कि बोढ़न प्रसाद सिंह ने पढ़ाई पूरी करने के बाद गाँव में गर्ल्स हाई स्कूल खोला और उसके प्रधान बने। 1965 में राम चरित्र सिंह कॉलेज के संस्थापक प्रधानाचार्य रहे। उसके बाद राम निरीक्षण सिंह कॉलेज समस्तीपुर, एपीएस कॉलेज बरौनी और फिर जी डी कॉलेज में प्राचार्य पद को सुशोभित किया। वे बिहार इतिहास परिषद के कार्यसमिति के भी सदस्य थे। कम्युनिस्ट पार्टी में 1964 में जब फुट पड़ी तो उन्होंने ज़िले में सीपीआई (एम) की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1975 में नेतृत्व से मतभेद होने के कारण वे सीपीआई (एम) को छोड़ सीपीआई में शामिल हुए। सीपीआई के जिला परिषद के सदस्य भी रहे।वे यूनिवर्सिटी शिक्षक आंदोलन के पुरोधाओं में से थे। वे प्रगतिशील लेखक संघ से आजीवन जुड़े रहे।

उनके निधन की खबर सुनते ही शिक्षा एवं समाज से जुड़े हुए लोग मायूस हो गए उनके निधन पर श्रद्धांजलि देने वालों में प्रो फुलेश्वर प्रसाद सिंह, प्रगतिशील लेखक संघ के सचिव ललन कुमार, रामकुमार, दीपक सिन्हा, साक्षरता कर्मी संतोष कुमार, डॉ एस पंडित ,शारदा सिंह, जनवादी लेखक संघ के सचिव राजेश कुमार, अध्यक्ष प्रोफेसर राजेन्द्र साह, पूर्व अध्यक्ष डॉ भगवान प्रसाद सिन्हा ने शोक संवेदना व्यक्त की है। मंझौल में पूर्व प्राचार्य श्री सिंह के निधन की खबर से शोक की लहर दौर गयी। उनके निधन पर पूर्व सांसद रामजीवन सिंह, आरसीएस कॉलेज के प्राचार्य नवीन कुमार ,जयमंगला काबर फाउंडेशन के अध्यक्ष राजेश राज, पूर्व मुखिया अरुण सिंह,भाकपा अंचल मंत्री संजीव सिंह,पंसस मनोज भारती, शिक्षक पुष्पक कुमार ने शोक संवेदना व्यक्त की।