बुध पुर्णिमा के दिन ही गौतम बुध को हुई थी बुद्धत्व की प्राप्ति

डेस्क : आज का दिन बेहद रूप से हर किसी के लिए खास है क्योंकि आज के दिन यह महत्वपूर्ण पर्व और व्रत पड़ रहे हैं।वैशाख पूर्णिमा, बुद्ध पूर्णिमा, कूर्म जयन्ती,पूर्णिमा उपवास,चित्रा पूर्णनामी….. वैशाख माह की बुद्ध पूर्णिमा को गौतम बुद्ध के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। गौतम बुद्ध का जन्म का नाम सिद्धार्थ गौतम था।मान्यता है कि इसी दिन भगवान बुद्ध को बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था।

इस पूर्णिमा को श्रद्धालु पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ गंगा स्नान करके दान पुण्य भी करते हैं। इसलिए इसे बैशाख स्नान का दिन भी कहा गया है। इस एक महीने चलने वाले बैशाख स्नान का समापन होता है जैसे कार्तिक पूर्णिमा के दिन कार्तिक स्नान का समापन होता है। ऐसी मान्यता है कि इसदिन गंगा स्नान करने से कुंभ में स्नान दान करने के समान पुण्य प्राप्त होता है। रामचरित मानस में कहा गया है कि कलियुग में दान और प्रभु का नाम ही मुक्ति का आधार है। यही कारण है कि सभी पुण्य तिथियों सहित बैशाख पूर्णिमा को भी दान और विष्णुसहस्रनाम पाठ करना बहुत ही पुण्यदायी माना गया है।

आसमान में होगा अद्भुत नजारा: इस वर्ष 7 मई बुद्ध पूर्णिमा के दिन एक अद्भुत नजारा भी आसमान में नजर आने वाला है। पूर्णिमा के अवसर पर चांद बहुत ही चमकीले और करीब नजर आएंगे क्योंकि इस दिन फ्लावर सुपरमून दिखने वाला है। इस वर्ष लॉकडाउन लगा हुआ है ऐसा में गंगा स्नान के लिए नदी तट पर नहीं जा सकते इसलिए जितना संभव हो सके घर पर ही पूजा-पाठ करने का प्रयास करें।