Ganesha Puja : भूलकर भी भगवान गणेश को ना चढ़ाये ये चीजें! दुःख में बदल जाती है खुशियां, जानिए क्या है धार्मिक कारण

Ganesha Puja : सबसे पहले किसी भी शुभ काम में भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है। भगवान गणेश को बुद्धि दाता और धन और सफलता देने वाले भगवान माना जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार बुधवार और चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश की पूजा का महत्व है। इसके अलावा विनायक चतुर्थी और संकट चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा और व्रत किया जाता है। चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का दिन माना जाता है और इस दिन पूजा करने से धन, मान सम्मान और अपार समृद्धि प्राप्त होती है। लेकिन भगवान गणेश जी की पूजा करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

भगवान गणेश जी की पूजा के समय ध्यान रखे ये बातें :

• प्रथम पूज्य और विघ्नहर्ता श्री गणेश जी दूर्वा और मोदक बहुत अधिक पसंद है। सबसे पहले गणेश जी की पूजा की जाती है और बाद में ने देवताओं की पूजा होती है। उनके प्रिय मोदक और दूर्वा के बिना इनकी पूजा अधूरी मानी जाती है। इसलिए पूजा करते समय दूर्वा और मोदक का भोग जरूर लगाएं जिसे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होगी।

• भगवान गणेश जी को कभी भी तुलसी का भोग ना लगाएं या तुलसी का पत्ता ना चढ़ाएं। ऐसा करने से आपको उनकी नाराजगी बर्दाश्त करनी पड़ेगी। तुलसी के भोग से गणेश जी कुपित हो जाते हैं।

• भगवान श्री गणेश को तुलसी पसंद नहीं है इसलिए तुलसी का भोग लगाने से आपकी पूजा स्वीकार नहीं होगी। भगवान गणेश जी ने तुलसी को उनकी पूजा स्वीकार ना करने का श्राप दिया था।

• इसके साथ ही भगवान गणेश जी को चंद्रमा से संबंधित कोई चीजें ना चढ़ाएं, जैसे – सफ़ेद चंदन, सफेद कपड़े और सफेद फूल आदि। एक बार चंद्रमा ने गणेश जी का मजाक उड़ाया था उसके बाद गणेश जी ने चंद्रमा को श्राप दिया कि वह अपनी रोशनी और चमक खो देगा। इसलिए अगर कोई चतुर्थी के दिन चंद्रमा के दर्शन करता है तो उसके मान सम्मान में कमी आएगी।

• इसके अलावा गणेश जी को पूर्ण अक्षत का भोग लगाएं कभी भी टूटा हुआ चावल ना चढ़ाएं। इसके अलावा मुरझाए हुए फूलों की माला भी ना चढ़ाएं।