यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित फिल्म ‘दीवार’ हिंदी सिनेमा की सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जाती है। 1975 में रिलीज हुई इस फिल्म के दमदार डायलॉग को सिनेमा हॉल में बैठे दर्शकों ने खूब सराहा। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने कहा था कि ”आज भी मैं फालतू पैसे नहीं लेता। लेकिन ये बात अब असल जिंदगी में ढोलकवाला पर चरितार्थ हो रही है।
अब तो शादियों या अन्य समारोहों में ढोल बजाने वाले भी संकेत के तौर पर नोट नहीं ले रहे हैं या नकदी नहीं लूट रहे हैं। अब वह यूपीआई क्यूआर कोड (UPI QR Code) दिखाकर लोगों से टिप मांग रहा है।
दरअसल, यूपीआई कारोबार में उछाल ने आम आदमी की सिक्कों के लेन-देन पर निर्भरता कम कर दी है। लोग यूपीआई ऐप्स के जरिए कैशलेस ट्रांजैक्शन का फैसला कर रहे हैं। कैशलेस बिल के प्रति बढ़ती चाहत का उदाहरण हाल ही में बेंगलुरु के एक ढोलकवाले का सामने आया, जो ढोलक पर अपना स्मार्टफोन रखता है और डिजिटल रूप से टिप स्वीकार करता है।