भारतीय रेलवे में सीनियर सिटीजन को टिकट में छूट मिलेगी या नहीं-रेल मंत्री ने कही ये बड़ी बात

डेस्क: भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा रेलवे नेटवर्क माना जाता है, हर दिन लाखों यात्री इसमें सफर करते हैं। हालांकि, कोरोना काल के बाद बहुत से ट्रेन में कमी आई, तथा कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया, फिर भी कई ट्रेनों को सुचारू रूप से चलाया जा रहा है, बता दें कि भारतीय रेलवे भारतीय अर्थव्यवस्था का एक अहम रूप है, समय-समय पर रेलवे यात्रियों को बेहतरीन सुविधा के साथ-साथ कई छूटे भी देती है।

बताते चलें कि भारतीय रेलवे के द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा के दौरान कई तरह के छूट मिल रही थी। लेकिन, कोरोना संक्रमण के बाद हुए लॉकडाउन का हवाला देते हुए रेलवे ने यह छूट वापस ले ली, अब फिर से रेल मंत्री (Railway Minister) ने किराये में छूट (Railway Concession) की जानकारी दी है।

बता दें कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि टिकट किराये में कुछ श्रेणियों के लोगों को दी जाने वाली छूट या रियायतों को बहाल करने का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है, कोविड के मद्देनजर सभी श्रेणियों के यात्रियों के लिए दी जाने वाली रियायत वापस ले ली गई है, अभी इसे बहाल करने पर कोई विचार नहीं किया गया है।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि कोविड के चलते देश भर में लॉकडाउन लगाया गया था, इससे ठीक पहले 20 मार्च, 2020 से अगले आदेश तक के लिए रेल किराये में दी जाने वाली छूट वापस ले ली गई थी। हालांकि, दिव्यांगजनों की चार श्रेणियों, रोगियों और छात्रों की 11 श्रेणियों को अभी भी छूट मिल रही है।

बरहाल, हो की भारतीय रेलवे के सभी ट्रेनों में वरिष्ठ नागरिकों को कोरोना के पहले टिकटों पर 50 फीसदी तक की रियायत मिलती थी। बता दें कि 60 से अधिक उम्र के पुरुष और 58 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को रेलवे में सीनियर सिटीजन की केटेगरी में रखा जाता है, कोरोना काल से पहले तक राजधानी, शताब्दी, दूरंतो समेत सभी मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में पुरुषों को बेस फेयर में 40 फीसदी और महिलाओं को बेस फेयर में 50 फीसदी की छूट दी जाती थी।