Hajj Pilgrimage Rules : ऐसा माना जाता है कि “इस्लाम धर्म” का सबसे पवित्र स्थल सऊदी अरब के हिजाज़ क्षेत्र में स्थित शहर मक्का है. दुनियाभर के लाखों मुसलमान हज की यात्रा के लिए यहां जाते हैं. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या कोई “गैर मुस्लिम हज यात्रा” पर जा सकता है? अगर कोई ऐसा करता है तो उस व्यक्ति के खिलाफ क्या कार्रवाई हो सकती है….
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हज यात्रा पर जाने के लिए सबसे बड़ी शर्त ये कि उस शख्स को मुस्लिम होना जरुरी है. आसान शब्दों कहे तो मुसलमानों के अलावा किसी भी धर्म का कोई व्यक्ति हज यात्रा पर नहीं जा सकता है. अगर कोई व्यक्ति मना करने के बावजूद हज यात्रा पर जाता है, तो ऐसी स्थिति में सऊदी अरब की सरकार उस व्यक्ति को गिरफ्तार करके वापस उसके देश डिपोर्ट कर सकती है या संबंधित कानून के तहत कार्रवाई करके जुर्माना लगा सकती है और जेल में डाल सकती है….
क्या सभी मुसलमान जाते हैं हज?
अब सवाल ये है कि क्या दुनियाभर के सभी मुसलमान हज यात्रा पर जाते हैं. तो इसका जवाब है नहीं…दरअसल, दुनिया में एक ऐसा मुस्लिम समाज भी है, जिसकी हज यात्रा करने पर रोक है. वो हैं अहमदिया मुसलमान….इस मुसलमान के मुताबिक दूसरे अन्य मुसलमान अहमदिया को मुस्लिम नहीं मानते हैं और सऊदी अरब ने उनके हज यात्रा करने पर रोक लगाकर रखा है. अगर वे मक्का पहुँचते हैं, तो उनके गिरफ़्तार होने और डिपोर्ट होने का ख़तरा रहता है…..
मालूम हो की हज यात्रा 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं. हालांकि, इस बार हज यात्रा को लेकर नियमों में कुछ बदलाव में बदलाव किये गए हैं. जिसके बाद अब बच्चे हज यात्रा पर नहीं जा सकते हैं. बताया जा रहा है की बढ़ती भीड़ के कारण बच्चों की एंट्री पर बैन लगाया गया है. अब हज यात्रा में उन मुस्लिम को ज्यादा प्राथमिकता दी जाएगी, जो पहली बार हज यात्रा के लिए अप्लाई किए होंगे….