3000 फीट पर टकराने से बचे दो विमान, इस शख्स ने बचाई सैकड़ों लोगों की जान

डेस्क : आजकल विमान क्रैश होने की खबरें काफी अधिक सुनने को मिल रही है। एक बार फिर से दो विमान आपस में टकराने वाले थे, हालांकि ऐसा हुआ नहीं और कई सारे लोगों की जान बच गई। बेंगलुरु के केंपेगौड़ा एयरपोर्ट के ऊपर रडार कंट्रोलर लोकेंद्र सिंह के काफी बारीकी से नजर बनाए रखने के कारण दो इंडिगो विमान आपस में टकराने से बच गए।

9 जनवरी को उड़ान भरने के बाद यह दोनों विमान हवा में टकराते टकराते बचे। इंडिगो की दो फ्लाइट 6E 455 बेंगलुरु से कोलकाता और 6E 246 बेंगलुरु से भुवनेश्वर ने एक ही दिशा में उड़ान भरी थी। तभी दोनों बेहद खतरनाक तरीके से एक दूसरे के करीब आकर टकराने से बच गए।

नागरिक उड्डयन महादेश निदेशालय की रिपोर्ट के , विमान को रडार कंट्रोलर ने अलग दिशा देकर टकराने से बचा लिया। जब यह घटना हुई तब विमानों की ऊंचाई लगभग 3000 फीट थी। बेंगलुरु एयरपोर्ट पर 2 रनवे नॉर्थ और साउथ है। उस दिन भी दोनों रनवे इस्तेमाल किए जा रहे थे, जिसमें नॉर्थ प्रस्थान और साउथ आगमन के लिए जो कि इस एयरपोर्ट पर आगमन और प्रस्थान करने वालों विमानों को अलग करने के लिए एक मानक प्रतिक्रिया है।

हालांकि, 9 जनवरी की सुबह शिफ्ट इंचार्ज ने एक रनवे को आगमन और आन के लिए उपयोग में लाने का फैसला किया। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि साउथ रनवे के बंद होने की जानकारी साउथ टॉवर कंट्रोलर को नहीं दी गई थी और साउथ टावर रनवे के एयर ट्रेफिक कंट्रोलर ने 6E 455 फ्लाइट को प्रस्थान करने की इजाजत दे दी थी। ठीक इसी समय भुवनेश्वर जाने वाली फ्लाइट 6E 246 को नॉर्थ टावर कंट्रोलर ने बिना समन्वय के प्रस्थान की स्वीकृति दे दी।