Indian Railway: ट्रेन में कई तरह के होते हैं Waiting Ticket, जानिए- किस कैटेगरी में जल्द होते है कंफर्म….

Indian Railway: भारत में आधी से ज्यादा आबादी ट्रेन से सफर करना पसंद करती है। इसका मुख्य कारण यह भी है कि ट्रेन हर बड़े शहर को गांवों और कस्बों से जोड़ती है। ऐसे में अगर आप भी ट्रेन से काफी सफर करते हैं तो आपको कई बातों को जानना जरूरी है। दरअसल छुट्टियों में ट्रेन का टिकट मिलना मुश्किल होता है।

जिससे वेटिंग में टिकट लेना पड़ रहा है। आपको बता दें कि वेटिंग टिकट कई तरह के होते हैं। कई स्थितियों में आपका वेटिंग टिकट जल्दी कन्फर्म हो जाता है और कई बार इसमें देरी भी हो जाती है। आज हम इसकी वजह और वेटिंग टिकट के प्रकार जानेंगे। आइए जानते हैं।

डब्ल्यूएल (WL): जब आप रेल टिकट बुक करते हैं तो कई बार वेटिंग लिस्ट (WL) कोड दिखाई देता है। प्रतीक्षा सूची श्रेणी के लिए यह सबसे आम कोड है। यह वेटिंग लिस्ट का आम कैटेगरी है। आप अक्सर अपने टिकट पर डब्लूएल लिखे देखे होंगे। इसमें यात्रियों की भीड़ के हिसाब से टिकट कंफर्म होती है।

इसमें वेटिंग लिस्ट कम होने पर टिकट कंफर्म हो जाता है।

आरएसी (RAC): आरएसी कोड का मतलब रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसलेशन होता है। आरएसी में दो यात्रियों को एक ही बर्थ पर यात्रा करने की अनुमति होती है। टिकट कन्फर्म होने का अच्छा चांस है।

आरएलडब्ल्यूएल (RLWL): रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट (रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट) की पुष्टि होने की सबसे अधिक संभावना है। यह छोटे स्टेशनों की बर्थ का कोटा है। यह वेटिंग लिस्ट ट्रेन के स्टार्ट और डेस्टिनेशन स्टेशन के बीच के स्टेशनों से जारी की जाती है। GNWL की तुलना में ऐसी प्रतीक्षा सूची की पुष्टि की संभावना कम है क्योंकि इसके लिए कोई कोटा नहीं है लेकिन उक्त स्टेशनों के बीच कन्फर्म टिकट रद्द करने पर इसकी पुष्टि की जाती है।

टीक्यूडब्लूएल (TQWL): यह तत्काल कोटा प्रतीक्षा सूची (Waiting list) है। जब आप तत्काल टिकट बुक करते हैं और आपको कन्फर्म टिकट नहीं मिलता है तो रेलवे इस तरह का वेटिंग टिकट जारी करता है। इसमें टिकट कंफर्म होने की चांसेस कम होते हैं।

पीक्यूडब्लूएल (PQWL): इस तरह का टिकट पूल्ड कोटा वेटिंग लिस्ट होता है, जो बीच के छोटे स्टेशनों से वेटिंग टिकट लेने पर मिलता है। इस वेटिंग टिकट के कंफर्म होने के चांस बहुत कम हैं।