रेलवे की अनोखी योजना : अब आप भी किराए पर ले सकते हैं ट्रेन, जानिए- कितना देना होगा किराया..

डेस्क: भारतीय रेलवे यात्रियों के हित में एक बड़ी पहल करने जा रही है, बता दे की अब देश में एक ऐसी योजना शुरू होने जारी रही है, जिसके तहत कोई भी राज्य या व्यक्ति ट्रेनों को किराए पर ले सकता था और इन ट्रेनों को ‘भारत गौरव ट्रेन’ (Bharat Gaurav Train) नाम दिया गया है। बता दे की ट्रेनों को लीज पर लेने के लिए कुछ नियम शर्तों को पूरा करना होगा, और रेलवे इसके बदले उचित किराया किराया वसूल करेगी।

बताते चलें कि रेलवे के मुताबिक, देश में फिलहाल 180 भारत गौरव ट्रेनें चलाने की योजना है और इसमें तीन हजार से ज्यादा कोच होंगे, रेलवे ने इसके लिए आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू भी कर दी है, और उन्हें काफी अच्छी प्रतिक्रिया भी मिल रही है।

बता दे की जो भी ट्रेनों को लीज पर लेगा, उन्हें ट्रेनों के रूट, स्टॉपेज, यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाएं और किराया भी तय करने का अधिकार होगा। ट्रेनों के ऑपरेटर को यात्रियों के रहने और खाने के लिए होटल, टैक्सी समेत सभी इंतजाम खुद करने होंगे और इसका किराया भी खुद ही निर्धारित करेंगे। हाउसकीपिंग और कैटरिंग स्टाफ को ऑपरेटर ही मैनेज करेगा। इस योजना के तहत कोई भी निजी संस्था या ट्रस्ट या राज्य सरकारें इन ट्रेनों को न्यूनतम 2 साल और अधिकतम कोचों की कोडल लाइफ 25-35 साल तक के लिए लीज पर ले सकते हैं।

लीज पर लेने के लिए सबसे पहले आवेदक को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करते एक समय एक लाख रुपये जमा करने होंगे। यह पैसा वापस योग्य नहीं है। रजिस्ट्रेशन के बाद प्रयोग के अधिकार के लिए 15 कोच (6 rd AC, 6 SL, एसएलआर-2 और पेंट्रीकार-1) के प्रयोग के लिए एकमुश्त 3761004 रुपये देने होंगे। इसके बाद लीज शुल्क 15 साल के रूप में इन्हीं 15 कोच (Coach) के लिए 25294606 रुपये देने होंगे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह योजना का ऐलान करते हुए कहा कि स्टेकहोल्डर्स इन ट्रेनों को मॉर्डन बनाएंगे और चलाएंगे, जबकि रेलवे इन ट्रेनों के मेंटेनेंस, पार्किंग और अन्य सुविधाओं को मुहैया कराने का काम करेगा, उन्होंने कहा कि यह रेगुलर ट्रेन सर्विस की तरह नहीं होगी और न ही ये आम ट्रेन सर्विस है, बताते चलें की भारत गौरव ट्रेनों का मुख्य उद्देश्य है, की भारत में पर्यटन को बढ़ावा देना है।