कोविड-19 : जोधपुर सेंट्रल जेल में आसाराम ने की भूख हड़ताल, रिहा करने की मांग

नई दिल्ली : कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए एक तरफ जहां प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश में लॉक डाउन लगा दिया है, वहीं दूसरी तरफ जोधपुर सेंट्रल जेल में कैदियों ने भूख हड़ताल कर दिया है। कैदियों की मांग है कि इस महामारी के दौर में उन्हें रिहा कर दिया जाए। जोधपुर सेंट्रल जेल में आसाराम समेत भंवरी देवी अपहरण एवं हत्या कांड के मामले में पूर्व मंत्रीमहिपाल मदेरणा सहित कई कैदी मौजूद है। कैदियों ने जेल प्रशासन को प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सीजेआई और राजस्थान हाई कोर्ट सीजे के नाम अपनी मांगों का ज्ञापन दिया है।

जेल में वर्तमान में सजायाफ्ता और ट्रायल वाले 1375 कैदी बंद है। कोरोना वायरस के संक्रमण और महामारी को देखते हुए मंगलवार को सभी कैदियों ने भूख हड़ताल कर दी, आज सुबह सेंट्रल जेल में खाना बनाया गया लेकिन सभी कैदीयो ने खाना खाने से इंकार कर दिया, सभी कैदी यह मांग कर रहे हैं कि इस महामारी में उन्हें छोड़ दिया जाए, इसको लेकर राज्य सरकार ने जोधपुर सेंट्रल जेल से कैदियों के बारे में जानकारी मांगी है।

जेल प्रशासन ने तैयार की कैदियों की सूची जोधपुर सेंट्रल जेल प्रशासन ने ऐसे कैदियों की सूची तैयार की है जिन्हें पैरोल पर छोड़ा जा सकता है,यह सूची राज्य सरकार के पास भेजी जाएगी उसके बाद राज्य सरकार तय करेगी कौन सी कैदी को पैरोल भेजना है या किस को माफ करके उन्हें छोड़ देना है।

जोधपुर सेंट्रल जेल में कई कैदी हैं जो कि अपनी सजा काट रहे हैं और कुख्यात कैदियों में गिने जाते हैं। राजस्थान में अभी तक 32 कोरोना पॉजिटिव सामने आ चुके हैं इनमे दो पॉजिटिव केस सोमवार को जोधपुर मे पाए गए हैं, प्रदेश में कोरोना वायरस के अभी तक 1227 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं इनमें से 1112 सेंपल नेगेटिव आए हैं जबकि 32 सैंपल पॉजिटिव आए हैं।