Jaya Kishori: अध्यात्म के क्षेत्र में एक बड़ा नाम जया किशोरी आज किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। जया किशोरी का पूरा नाम जया शर्मा है। किशोरी का उपाधि उनके गुरु गुरु पंडित गोविंदराम जी मिश्र से मिली है। जया किशोरी (Jaya Kishori) शुरू से ही श्री कृष्ण के प्रति श्रद्धा रखती हैं। इन्हें आधुनिक मीरा भी कहा जाता है। जया किशोरी (Jaya Kishori) का कृष्ण के प्रति अगाध प्रेम ने उन्हें आज लोगों के दिल में बसा दिया है। आज हम इनके जीवन के सफर को जानेंगे।
7 साल से अध्यात्म का सफर हुआ शुरू : जया किशोरी ने महज 7 साल की उम्र में ही अपनी आध्यात्मिक यात्रा शुरू कर दी थी। जया किशोरी को बचपन से ही श्रीकृष्ण के भजन गाने और सुनने का शौक था। जिसके कारण उन्हें बचपन से ही भगवान श्री कृष्ण पर अटूट विश्वास था। उनके माता-पिता ने भी उनके झुकाव को समझा और उन्हें इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। अपने परिवार से मिले प्रोत्साहन की वजह से ही जया किशोरी ने आज के समय में अध्यात्म के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है।
जया किशोरी का जन्म राजस्थान के एक गौर ब्राह्मण परिवार में हुआ था, लेकिन बाद में उनका परिवार कोलकाता आ गया। जया किशोरी का जन्म 13 जुलाई 1995 को कोलकाता में हुआ था। वह वहीं पली-बढ़ी। उनके परिवार में पिता शिव शंकर, मां सोनिया और छोटी बहन चेतना शर्मा हैं। जया किशोरी की शुरुआती पढ़ाई कोलकाता की महादेवी बिड़ला वर्ल्ड एकेडमी से हुई है। इसके बाद उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई कोलकाता के श्री शिक्षायतन कॉलेज से पूरी की।
बचपन से ही भजन सुनने का शौक : जया किशोरी को बचपन से ही भजन गाने और कहानियां सुनाने का बहुत शौक था। परिवार के मुताबिक, जब वह 7 साल की थी, तब उसने कोलकाता में बसंत महोत्सव कार्यक्रम के दौरान आयोजित एक सत्संग में गाना गाया था। जब वे 10 वर्ष की थीं, तब उन्होंने अकेले ही ‘सुंदरकांड’ का पाठ किया था। उन्होंने संस्कृत में दरिद्रय दहन, रामाष्टकम, मधुराष्टकम, श्रीरुद्राष्टकम, शिवपंचाक्षर स्तोत्रम जैसे कई छंद गाए हैं।
जया किशोरी से फीस के तौर पर 9 लाख 50 हजार रुपए लेती हैं। जिसका एक बड़ा हिस्सा नारायण सेवा संस्थान को दान किया जाता है। जया किशोरी स्टोरीटेलिंग के अलावा यूट्यूब वीडियो और एल्बम से भी कमाई करती हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी नेटवर्थ 1.5 से 2 करोड़ रुपए है।