कोरोना की तीसरी लहर पर सरकार ने किया अलर्ट! भारत के लिए अगले 100 दिन क्यों है बेहद अहम?

न्यूज डेस्क : भारत में जब सब कुछ सामान्य स्थिति चल रहा था कि अचानक 30 जनवरी 2020 को दक्षिण भारत के केरल में कोविड-19 यानी कोरोना महामारी नामक एक घातक बीमारी देश में फैल गई। फिर यह महामारी धीरे-धीरे देश के हर क्षेत्र में फैल गई। जिस में कितने नागरिक संक्रमित हुए और कितनों की जाने चली गई। फिर 2020 के दिसंबर आते-आते यह पहली महामारी शांत हो गई। लोग बेखबर हो गए। हालांकि, सरकार ने दूसरी लहर के लिए लोगों को सचेत भी कर दिया था। परंतु, लापरवाही इस कदर बरती गई कि फिर देश में दूसरी महामारी प्रवेश कर गए। पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर काफी घातक साबित हुई। जिसमे लाखों लोगों की मौत हो गई। हालांकि, अब दूसरी लहर भी फीकी पड़ती दिख रही है।

तीसरी लहरों को लेकर सरकार अलर्ट के मोड पर : बता दे की विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक की आशंका के बीच केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा है कि कोरोना के विरुद्ध जंग में अगले 100-125 दिन नाजुक होंगे। देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा अभी भी कोरोना संक्रमण के लिहाज से संवेदनशील है। इसलिए तीसरी लहर को लेकर बार-बार शंका जाहिर की जाती है। दुनिया में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और यह रोजाना पांच लाख से अधिक हो गए हैं। अगर WHO के आंकड़ों के आधार पर कहा जाय तो स्थिति अच्छी से खराब हो रही है। यह तीसरी लहर आने का संकेत दे रही है। यदि लोग कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करेंगे और अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे तो तीसरी लहर नहीं आएगी। अथवा इसके प्रभाव को कम किया जा सकेगा। अगले 100-125 दिन नाजुक होंगे। यानी अगले चार महीने विशेष तौर पर सावधान रहने की जरूरत होगी।

टीके की रफ्तार को तेज करना ही सार्थक साबित होगा: सरकार ने दिसंबर 2021 तक 94 करोड़ आबादी को टीका लगाने का लक्ष्य रखा है। लेकिन, यदि 94 करोड़ आबादी में से 70-80 फीसदी को भी टीका लगाने में सफलता मिल जाती है तो भी कोरोना के बड़े खतरे को रोका जा सकेगा। इसलिए इस लिहाज से भी अगले चार-पांच महीने बेहद महत्वपूर्ण होंगे। क्योंकि इस दौरान सरकार को टीकाकरण की रफ्तार को तेज करना है। बता दें कि देश में अब तक टीके की 41 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं तथा दोनों खुराक ले चुके लोगों की संख्या 7.5 करोड़ के करीब है।