बिहार में सजावटी मछलियों का पालन करेंगी छात्राएं, जैविक व मशरूम की खेती का भी सीखेंगी हुनर

न्यूज डेस्क : बिहार के कॉलेज की छात्राएं भी अब मछली पालन सहित अनेकों जैविक खेती करेगी। इसके लिए कॉलेजों द्वारा एक स्पेशल कोर्स की कवायद शुरू हो गई है। बता दे की यह खास पहल की शुरुआत बेगूसराय के श्रीकृष्ण महिला महाविद्यालय में की गई है। अब जिले की छात्राओं को छह माह का स्पेशल दूरस्थ कोर्स शुरु करने का एलान किया है।

इसकी शुरुआत एक से दो दिनों के अंदर हो जाएगी। कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. विमल कुमार ने बताया कि कई वर्षों के प्रयास के बाद ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा ने यहां पर सजावटी मछली पालन, जैविक खाद उत्पादन एवं मशरूम की खेती जैसे रोजगारपरक कोर्सेज कराने की अनुमति प्रदान कर दी है। उन्होंने बताया कि इस कॉलेज में पहले फिश एंड फिशरिज डिपार्टमेंट चलता था। परंतु, अचानक से विवि ने उस विभाग को ही बंद कर दिया। उसके बाद से कॉलेज प्रशासन निरंतर इस प्रयास में था कि एक मात्र महिला कॉलेज की छात्राओं को सामान्य डिग्रियों के अतिरिक्त कुछ अलग तरह के कोर्सेज की सुविधाएं मुहैया कराई जाएं।

ऑर्गेनिक की खेती छात्राओं को नौकरी दिलाने का महत्वपूर्ण कार्य करेगी: आगे उन्होंने बताया कृषि विभाग में जैविक खाद तैयार करने वाले युवा-युवतियों की डिमांड बढ़ी है। इस लिए जैविक खाद (Organic Fertilizer) का कोर्स छात्राओं को नौकरी दिलाने में महत्वपूर्ण साबित होगा। जबकि मशरूम और सजावटी मछलियों (Ornamental Fish) की बढ़ती डिमांड से इस क्षेत्र में भी छात्राओं को बेहतर रोजगार मुहैया कराया जा सकता है। छह माह के इस सर्टिफिकेट तीनों कोर्सेज में फिलहाल, 50-50 सीट ही दिए गए हैं। जबकि कॉलेज प्रशासन सीट की संख्या बढ़वाने के प्रयासों में जुटा है। इस पहल से छात्राओं में खुशी है। उनका कहना है कि अब हर क्षेत्र में लड़कियां आगे बढ़ रही हैं तो फिर इस तरह के काम में भी हमें बेहतर करने का मौका मिलेगा।