गर्व! पिता ने जमीन बेच दिलाई ट्रेनिंग, बेटी ने जीता 70 मेडल….

न्यूज़ डेस्क: अगर किसी भी व्यक्ति के अंदर प्रतिभा है तो सफलता निश्चित है। बुजुर्ग ऐसा कहते हैं। मुरादाबाद की बेटी सोनिया ने इस बात को चरितार्थ भी रही हैं। सोनिया ने बहुत कम उम्र में ही अपनी प्रतिभा साबित कर दी है। लॉन्ग जंप में सोनिया करीब 70 मेडल जीत चुकी हैं। अब उनका इरादा बड़े पैमाने पर देश का नाम रोशन करना है।

सोनिया यूपी एथलेटिक्स प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक विजेता गीतकर ने राष्ट्रीय खेलों में अपना नाम स्थापित किया है। सोनिया शक्ति नगर नया गांव की रहने वाली हैं। बचपन से ही खेलों में रुचि रखने वाली सोनिया ने महज 12 साल की उम्र से ही लॉन्ग जंप में भाग लेना शुरू कर दिया था। सोनिया अभी सिर्फ 18 साल की हैं।

पिता चलाते हैं टैक्सी : सोनिया अब राष्ट्रीय प्रतियोगिता में 5.92 मीटर की छलांग लगाकर एशिया चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफाई करना चाहती हैं। सोनिया के पिता पेशे से ड्राइवर हैं और कड़ी मेहनत कर अपनी बेटी के सपनों को जिंदा रखे हुए हैं। सोनिया के पिता बरम सिंह का कहना है कि वह ड्राइविंग करता है। वे कड़ी मेहनत कर अपनी बेटी को आगे बढ़ा रहे हैं। उनका मानना ​​है कि चाहे कुछ भी हो जाए वह बेटी का मनोबल नहीं टूटने देंगे। इसे आगे बढ़ाने की पूरी कोशिश करेंगे। बरम सिंह ने सरकार से मांग की कि उनकी बेटी को भी सरकार का सहयोग मिले।

करीब 10 साल पहले सोनकपुर स्टेडियम में प्रवेश लेने वाली सोनिया ने यहां से लंबी कूद का अभ्यास शुरू किया। लेकिन दिक्कत यह थी कि स्टेडियम में कोच नहीं था, जिससे सोनिया का खेल आगे नहीं बढ़ पा रहा था। कई बार उन्होंने स्टेडियम छोड़ने का मन बनाया। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। लॉन्ग जंप के सभी खिलाड़ियों ने एक निजी कोच रखने की योजना बनाई। जिसके बाद कोच सौरभ ने सोनिया को ट्रेनिंग देना शुरू किया। उन्होंने सोनिया के खेल को निखारना शुरू किया। साल 2016 में सोनिया ने गोरखपुर में पहला गोल्ड मेडल जीता था। वह अब तक राज्य स्तर पर सात गोल्ड जीत चुकी हैं। अब उनका लक्ष्य राष्ट्रीय और फिर एशिया स्तर पर खेलना है।