बाढ़ और बारिश से त्रस्त राज्यों में अनाज की डोर टू डोर डिलीवरी व्यवस्था शुरू हो- रामविलास पासवान

डेस्क : केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने ऐसे तमाम राज्यों को लेकर चिंता जताई है जो कोरोना और बाढ़ दोनों का मार झेल रहे हैं। देश में इस वक्त कई ऐसे राज्य है जो इन दोनों से काफी परेशान है. जैसे बिहार, असम, उत्तरप्रदेश प्रदेश, महाराष्ट्र सहित राज्यों में हालत ठीक नहीं है स्थिति बिगड़ती ही जा रही है. इस संकट के दौर में कोई भूखा ना रहे और किसी को भी अनाज की कमी ना रहे इसके लिए केंद्रीय उपभोक्ता मामले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने भी एक बड़ा ऐलान कर दिया है.

डोर टू डोर डिलीवरी की हो व्यवस्था केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा है कि कई राज्यों में भयावह स्थिति उत्पन्न हो गई है लोग गांव छोड़कर दूसरी जगह शरण भी ले रहे हैं ऐसे लोगों को राशन की दुकान से अनाज लेना संभव नहीं हो पा रहा है मैं राज्य सरकारों से आग्रह करता हूं कि जो बाढ़ पीड़ित राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत राशन दुकान से राशन नहीं ले पा रहे हैं उन लोगों के लिए राशन की डोर टू डोर डिलीवरी की व्यवस्था किया जाए। आगे उन्होंने कहां अनाज का समय पर हो वितरण हो।

आपको बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा योजना के तहत 81 करोड लोगों को सरकार 5 किलो खदान्न हर महीने उपलब्ध कराती है. यह काफी सस्ता दर में दिया जाता है जैसे कि 3 रुपए किलो चावल 2 रुपए किलो गेहूं मिलता है राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत 81 करोड़ अभ्यर्थियों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत मुफ्त में अलग से राशन मिलता है. राष्ट्रीय खाद सुरक्षा योजना के 81 करोड़ लाभार्थियों को PMGKAY के तहत अलग से मुफ्त में 5 किलो चावल या गेंहू तथा 1 किलो चना दिया जाता है। कोरोना काल के कारण यह योजना 1 अप्रैल से शुरू हुई थी और 31 नवंबर तक जारी रहेगी।