देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ पाने वालों को मिलती हैं ये शानदार सुविधाएं….

हमारे देश में सबसे बड़ा सम्मान भारत रत्न (Bharat Ratna) है। देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न (Bharat Ratna) उन व्यक्तियों को दिया जाता है जो कला,खेल और उद्योग के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करते हैं। इस सम्मान की स्थापना साल 1954 में राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद (Bharat Ratna) के द्वारा हुई थी।

पहली बार यह सम्मान भारत के गवर्नर चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन और वैज्ञानिक डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रमन को दिया गया।  तो चालिए आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम भारत रत्न पाने वाले लोगों को क्या सुविधा मिलती है इसके बारे में जानते हैं। इसके अलावा भारत रत्न से जुड़े और भी कई रोचक तथ्य हम आपको बताएंगे।

भारत रत्न से जुड़े कुछ रोचक तथ्य के बारे में

एक बार में यह सम्मान महज तीन लोगों को ही प्राप्त हो सकती है। साल 1954 से लेकर अब तक केवल 48 लोगों को ही यह सम्मान प्राप्त हो पाया है।

सचिन तेंदुलकर भारत रत्न पाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं। उन्होंने महज 40 साल की उम्र में यह उपाधि प्राप्त कर ली। खेल में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन की वजह से उन्हें साल 2014 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

बता दें कि भारत रत्न (Bharat Ratna) का सम्मान प्राप्त करने वाली पहली महिला इंदिरा गांधी थीं।

क्या-क्य मिलता है लाभ?

भारत रत्न पाने वाले व्यक्ति को कैबिनेट मंत्री के बराबर का दर्जा दीया जाता है।

भारत रत्न विजेता को टैक्स में छूट दी जाती है। इतना ही नहीं यह व्यक्ति भारत के संसद के बैठकों और शस्त्र में  हिस्सा ले सकता है।

भारत रत्न जिन्हें मिलता है उन्हें ट्रेन, हवाई जहाज या बस में निःशुल्क यात्रा करने की सुविधा मिलती है।

भारत रत्न विजेता देश के किसी भी कोने में घूमने जा सकते है। उन्हें राज्य अतिथि का दर्जा प्राप्त हो जाता है।

इस सम्मान को पाने वाले विजेता को प्रोटोकॉल में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उपप्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, लोकसभा स्पीकर, कैबिनेट मंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, पूर्व राष्ट्रपति, पूर्व प्रधानमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता के बाद जगह मिलती है। इस सम्‍मान को प्राप्‍त करने वाला व्‍यक्ति देश के लिए वीआईपी होता है।

आपको बता दें कि भारत रत्न सम्मान के साथ किसी भी तरह की ईनाम राशी नहीं दी जाती है।

भारत रत्न विजेता डिप्लोमेटिक पासपोर्ट के हकदार होते हैं। मैरून कलर का यह पासपोर्ट भारतीय राजनयिकों और टॉप रैंकिंग वाले सरकारी अधिकारियों को दिया जाता है। डिप्लोमैटिक पासपोर्ट धारकों को विदेशों में एम्बेसी से लेकर यात्रा के दौरान तक कई सुविधाएं मिलती हैं। इतना ही नहीं उन्हें वीजा की भी जरूरत नहीं पड़ती।  इमिग्रेशन का प्रोसेस भी बाकी की तुलना में जल्दी होता है।