पान खाने के शौकीन हो जाए सावधान! कत्थे की जगह मिलाया जा रहा है घातक केमिकल

डेस्क : यदि आप भी उन लोगों में से जो है जो पान और गुटखा खाने के शौकीन हैं तो यह ख़बर आपके लिए बेहद खास है। आजकल पान मसाला में कत्था के बदले कई सारी कंपनियां चमड़े को रंगने वाले केमिकल गैंबियर का इस्तेमाल कर रही है।

अलीगढ़ में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन द्वारा शिखर, प्रधान व पान बहार मसालों के नमूनों की रिपोर्ट में इस बात की जानकारी मिली है। कानपुर की टेनरियों में चमड़े रंगने में गैंबियेर का उपयोग किया जाता है। यह जानते हुए भी कि पान मसाले से कैंसर होने की संभावना है फिर भी लोग इस्तमाल करते हैं।

पान मसाले में कत्था और केसर सहित कई अन्य पदार्थों को मिलाने का दावा किया जाता है। आपको बता दें गेंबियर बबूल के जंगलों की तरह इंडोनेशिया में फ़ैला हुआ है। इसे पेड़ की छाल, जड़ और पट्टियों को पीसकर तैयार किया जाता है। भारत आने तक इसमें कई बार रासायनिक पदार्थ को भी मिलाया जाता है। गैंबियर का प्रयोग चमड़े की टैनिंग में होता है। इसका मतलब है कि कच्चे चमड़े को पकाने का काम गैंबियर करता है।