तीन महीने बाद तय थी शादी पर अब निकलेगा जनाज़ा – दिल्ली अग्नि कांड की कहानी

नई दिल्ली : बीते रविवार की सुबह दिल्ली के झांसी रोड पर फैक्ट्री में आग लगने से 43 लोगो की मौत हो गयी जिसमे से एक मज़दूर बबलू भी था जिसकी तीन महीने बाद शादी तय की गई थी । घर वाले एक तरफ हर हफ्ते नई ख़रीददारी करते और रोज़ तैयारियों के बारे में बात करते उसी तरफ बबलू भी कहता कि वह शादी के लिए पैसे जोड़ रहा है , पर अब वह पैसे किस काम के जब वही नही रह गया है ।

परिवार, बच्चे और रिश्तेदार भी उससे रोज़ शादी की ही बात करते रहते थे। पर जब 43 लोगों की मौत की लिस्ट में से बबलू का नाम निकला तब उसका भाई अलाउदीन बिलख बिलख कर रोने लगा उसको वो फ़ोन की बातें याद आने लगी जब वह कहता था, कि भाई की शादी में ज़रूर आइयो अल्लाउदीन का कहना है कि जैसे ही उसने यह ख़बर सुनी वैसे ही वो सुबह सुबह अस्पताल के चक्कर लगाने लगा अल्लाउदीन का एक और दोस्त राजू भी था जो इस आग की चपेट में आ गया और दोनों को अलाउदीन ने खो दिया है। अब सिर्फ उनकी डेडबॉडी ही अल्लाउदीन के गांव पहुंच पाई है। उसका कहना है कि फैक्ट्री का काम बढ़िया चल रहा था पर मालिक की लापरवाही के चलते हमे यह सब झेलना पड़ा है।

ऐसे ही एक और परिवार कि कहानी है एक 13 साल का बच्चा भी यहां पर काम करने आया था वह बैग बनाता था। यह बच्चा समस्तीपुर का रहने वाला था, इसकी खबर इसके मां बाप को तब पड़ी जब उन्होंने टी वी पर खबर सुनी की दिल्ली की एक फैक्ट्री आग की चपेट में आ चुकी है, तब उन्होंने दिल्ली फ़ोन घुमाया और उनको फिर यह बुरी खबर सुनने को मिली। यह खबर सुनकर बच्चे का चाचा मोहम्मद हकीम अस्पताल पहुंच गया पर वहां वह बच्चा नहीं मिला फिर उन्होंने दूसरे अस्पताल की खबर मिली जहां उसके होने से उनके चाचा को तसल्ली तो मिली पर सुकून नही क्योंकि वह अपना दम तोड़ चुका था।

एक मज़दूर का कहना है कि जब वह इमारत में था तो, आग लगने के बाद वहां से भगा पर उसके बाद उसकी आंख सीधा अस्पताल में खुली असल मे वहां पर सब बेहोश हो गए थे, और आवाज़ें आ रही थी आग लग गयी भागो पर शायद दम घुटने की वजह से मैं बेहोश हो गया और जब आंख खुली तो अस्पताल में था और एक हाथ जल चुका था। मुस्तफा की उम्र 25 है और वह अभी भी यह मंजर सोचकर डर जाता है, फिलहाल उसकी जान तो बच गयी पर बाकी उसके भाई, दोस्त उसी आग की फैक्ट्री में झुलस गए है ।

डॉक्टरों का कहना है कि जिन लोगों की मौत हुई है वह ज्यादातर दम घुटने से हुई है और इनके लंग में भरे हुये धुएं के कारण इनके फेफड़े भी सूज गए हैं जिसकी वजह से लोगो की हालात गंभीर बनी हुई है।