जब अमेरिका से आई है कैप्सिकम तो भारत में इसको क्यों बुलाते हैं शिमला मिर्च? यह है वजह

डेस्क : शिमला मिर्च हर किसी को पसंद है। यूं तो मिर्च का नाम सुनते ही लोग भागते हैं लेकिन शिमला मिर्च को बड़े चाव से लोग सलाद के साथ कई अन्य डिशेज में भी खाते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है। शिमला मिर्च और लाल पीले और हरे रंग में भी मिलता है। आजकल आम घरों से लेकर महंगे होटलों में भी इसने अपनी जगह बना ली है।

आप सब ने भी कई अलग-अलग तरीकों से शिमला मिर्च खाई होगी लेकिन क्या आपको पता है कि इसका नाम शिमला मिर्च क्यों है? क्या इसके पीछे की वजह हिमाचल प्रदेश के शिमला से है या फिर कुछ और? अगर आप जानना चाहते हैं इसके पीछे की कहानी तो आइए जानते हैं –

अंग्रेजी में शिमला मिर्च को कैप्सिकम कहा जाता है यह अन्य मिर्च के मुकाबले काफी तीखी होती है, जिसके चलते इसे स्वीट पेपर भी कहा जाता है। हालांकि इसका बॉटेनिकल नाम कैप्सिकम एनम है जो सोलांसी फैमिली की सदस्य है। इसे हिंदी में लोग शिमला मिर्च के नाम से जाना जाता है।

इसका नाम जरूर शिमला मिर्च है लेकिन या भारतीय सब्जी नहीं है यह दक्षिणी अमेरिकी महाद्वीप की है। इसकी खेती लगभग 3000 सालों से की जा रही है। ब्रिटिश शासन के अनुसार जब अंग्रेज भारत में आए थे तो इस बीज को भी लेकर आए थे। जब उन्होंने इसे इंट्रोड्यूस किया तब शिमला देश की समर कैपिटल थी। स्पीच को अंग्रेजों ने शिमला और आसपास के पहाड़ियों में उगाया और फसल काफी अच्छी हुई। इस दौरान शिमला में ही इसकी खेती हो रही थी जिसके कारण इसका नाम शिमला मिर्च पड़ गया।

हालांकि ऐसा नहीं है कि इसकी खेती सिर्फ शिमला में ही होती है। अब भारत के अन्य कई हिस्सों के अलावा कई सारे देशों में भी इसे उगाए जाते हैं। आपको बता दें कि देश के अन्य हिस्सों में पॉलीहाउस के साथ और कुछ किसान अलग – अलग तरीकों से भी इसकी खेती खुले मैदान में करते हैं। इससे किसानों की अच्छी कमाई भी हो जाती है।