जितना बताया जाता है आखिर उससे काम क्यों मिलता है Pendrive में स्टोरेज डाटा ?

पेनड्राइव का इस्तेमाल फाइल फिल्म वीडियो या फिर डॉक्यूमेंट स्टोरेज के लिए किया जाता है। इसके जरिए कंप्यूटर या लैपटॉप में सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किए जा सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं जितनी जीबी की आप पेनड्राइव आप खरीदते है, उसमें इतनी ही स्टोरेज क्यों नहीं मिलती। हम आपको इसके पीछे की वजह बताते हैं जो बेहद दिलचस्प है।

कैसे बनते हैं GB? पेनड्राइव की स्टोरेज से पहले जरूरी है यह जानना कि आखिर जीबी कैसे बनते हैं? दरअसल, 1024 bytes मिलकर 1 kb बनाते हैं। 1024 kb को मिलाकर 1 Mb बनाते हैं। 1 GB में 1024 MB होते हैं। हालांकि इस गणितीय गुणांक को समझना आसान नहीं होता है।

जीबी की स्टोरेज को समझने के लिए हम उदाहरण के तौर पर 8GB की पेन ड्राइव को लेते हैं। 8GB पेन ड्राइव की अगर बात करें तो इसमें 8×1024×1024×1024 = 858993544592 Bytes होते हैं। इसे लोगों को समझना बहुत मुश्किल होता है। इसलिए कंपनियां 858993544592 Bytes में से 8 के बाद वाले अंकों को 000 मानकर चलती है। इसे लोगों को बताने में भी आसानी होती है। अगर गणितीय रूप से गुणा किया जाए तो यह एक सही आंकड़ा नहीं है।लेकिन लोगों को जल्दी और आसानी से समझ में आ जाए इसलिए लास्ट के अंकों को 000 मान लेते हैं।