आखिर सड़क पर दिखने वाले मील पत्थर का रंग अलग क्यों होता है? क्या आपने कभी सोचा..

डेस्क : आपने हाईवे पर सफर करते समय कई चीजों पर गौर किया होगा। लेकिन क्या आपने मील के पत्थर को ध्यान से देखा है? यदि हां तो आपके मन में ख्याल जरूर आए होंगे कि हर हाईवे पर अलग-अलग रंग के मील के पत्थर क्यों होते हैं। बता दें कि मील के पत्थर यात्रा के दौरान काफी मददगार साबित होती है। लोग इस पर लिखे दूरी को ध्यान में रखकर सफर के लिए आगे बढ़ते हैं। तो आज इस लेख में हम जानेंगे मील के पत्थर (Milestone colour meaning) से जुड़े रंग और मुख्य कारण के बारे में। आइए विस्तार से जानते हैं।

Yellow Milestone : अगर आपको कहीं यात्रा के दौरान पीले रंग के चक्की के पत्थर दिखाई दें, तो समझ लें कि आप राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजर रहे हैं। पिछले साल के आंकड़ों के मुताबिक, देश में राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क 1,65,000 किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है। ये राजमार्ग राज्यों और शहरों को जोड़ते हैं। केंद्र सरकार इन राजमार्गों का रखरखाव करती है।

Green Milestone : यदि आपको हरे रंग के मील के पत्थर दिखाई देते हैं, तो इसका मतलब है कि आप राष्ट्रीय राजमार्ग को छोड़कर स्टेट हाईवे पर पहुंच गए हैं।

Black, blue and white milestone : यात्रा के दौरान अगर आपको कहीं काले, नीले या सफेद रंग के मील के पत्थर दिखाई दें तो समझ लें कि आप किसी बड़े शहर या जिले में प्रवेश कर चुके हैं। इन सड़कों के निर्माण और रखरखाव की जिम्मेदारी वहां के नगर निगम या जिला प्रशासन की होती है।

Orange Milestone : सफर के दौरान अगर आपको नारंगी रंग के मील के पत्थर दिखें तो समझ लें कि आप किसी गांव से गुजर रहे हैं। इन सड़कों का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत किया गया है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, जवाहर रोजगार योजना और अन्य योजनाओं के माध्यम से गांवों में बन रही सड़कों के माइलस्टोन पर नारंगी रंग की धारियां हैं। वर्ष 2000 से इस योजना के तहत गांवों में सड़कों का निर्माण किया जा रहा है।