शादी की पहली रात लड़कों के लिए दूध पीना जरूरी या मजबूरी? आज जान लीजिए…

आज देश के अलग-अलग कोनों में शादी की पहली रात पति-पत्नी के लिए एक खास अहमियत रखती है. इस रात दो जिंदगियों के रूहों को एक होने की रात कही जाती है. अब इस शादी की पहली रात की परंपरा पिछले कई सालों से चली आ रही है. जिसमें दूल्हे को एक ग्लास दूध में हल्दी, केसर वाला दूध पीने के लिए दिया जाता है. इसी तरह की कुछ परंपरा आज के फिल्मों में भी दिखाई जा रही है. लेकिन क्या आपने सोचा कि आखिर ऐसा क्यों होता है?

पहली रात दूध ही क्यों ?

दरअसल, अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शादी की पहली रात नए जीवन की शुरुआत के लिए शुभ माना जाता है. वैसे दूध को पवित्र माना जाता है और उसमे मिठास बढ़ाने के लिए केसर का या फिर शरीर को मजबूती देने के लिए हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि, केसर यौन इच्छा को बढ़ाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा इसे मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए भी यूज किया जाता है.

शरीर पर नही पड़ता कोई प्रभाव

बात दें कि, कई विशेषज्ञों का मानना है कि, शादी को लेकर अक्सर लोग तनाव में आ जाते हैं. यहां तक की कई बार लोगों का पाचन तंत्र भी सही से कम नहीं करता है. एसिलिय अगर उस दौरान दूध का सेवन किया जाता है. ताकि आपके शरीर में सेरोटिन नाम के हार्मोन को बढ़ावा मिले और आपके मूड को प्रभावित कर सके. इस बात को लगभग सभी जानते है दूध से शरीर की थकान हट जाती है.

वहीं अगर इसमें किसी तरह का कोई पदार्थ हल्दी, सौफ, केसर इसलिए मिलाया जाता है ताकि लोगों को मजबूती और रोग से मुक्ति मिल सके. आपको आपकी जानकारी के लिए बता दें दूध में मौजूद प्रोटीन दो सेक्स हार्मोन एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन पैदा करता है. वहीं इस तरह इनके सेवन से किसी भी शारीरिक संबंध को लेकर भी खतरा नहीं बनाता है.