Land on Moon : चांद पर कैसे खरीद सकते हैं जमीन, कौन है इसका मालिक? जानें –

Land on Moon : इस समय भारत का चंद्रयान 3 चंद्रमा के सतह पर पहुंचने वाला है और इसी बीच एक बार फिर चाँद की जमीन को लेकर बहस छिड़ चुकी है। यहां तक कि इस बात पर भी विवाद चल रहा है कि चाँद पर जीवन संभव है या नहीं? इसी बीच कुछ देश ऐसे हैं जो चाँद पर जमीन बेच रहे हैं।

लेकिन सवाल यह है खड़ा हो रहा है कि चाँद पर किस देश का मालिकाना हक है? अगर कोई भी देश चाँद पर अधिकार नहीं रखता है तो फिर धरती की कुछ कंपनियां चांद पर जमीन कैसे बेच सकती हैं? चांद पर जमीन खरीदने वाले लोगों में बड़ी हस्तियों के नाम शामिल हैं जिनमें कई बड़े उद्योगपति हैं तो कई बड़े फिल्मी सितारे शामिल हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अंतरिक्ष में शामिल चीजें चांद, सितारे और अन्य ग्रहों पर किसी भी देश का कोई हक नहीं है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत चांद पर जमीन खरीदना कानूनी रूप से अमान्य है। लेकिन कुछ कंपनियों द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि कानून किसी देश को अधिकार जताने से रोक सकती है लेकिन देश में रहने वाले नागरिकों को नहीं। अगर कोई भी व्यक्ति चाहे तो चांद पर कानूनी तौर पर जमीन खरीद सकता है।

ये कंपनियां चांद पर जमीन बेचने का कर रही है दावा

मीडिया रिपोर्ट से जानकारी मिली है कि कंपनियां है जो चांद पर जमीन बेचने का दावा करती है और इनमें Luna Society International और International Lunar Lands Registry शामिल है। इन्हीं कंपनियों से साल 2002 में हैदराबाद के राजीव बागड़ी और साल 2006 में बेंगलुरु के ललित मोहता ने चांद पर प्लाट खरीदा था।

कुछ लोगों का यह मानना है कि आज नहीं तो कल चांद पर जीवन संभव हो जाएगा। अगर भारतीय लोगों की बात करें तो दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने भी चांद पर एक जमीन का टुकड़ा खरीद रखा था और बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान को भी उनके ऑस्ट्रेलिया के एक फैन ने चांद पर जमीन गिफ्ट की है।

कितनी बे कीमत

Lunar Registery की वेबसाइट के अनुसार अगर आप चांद पर 1 एकड़ जमीन खरीदने हैं तो उसके लिए US 37.50 देने होंगे यानी 3750 रुपये। इसी बीच यह सवाल भी पैदा होता है कि चाँद का मालिक आखिर है कौन, क्योंकि उसी के अनुसार इस पर जमीन खरीदने के लिए कीमत तय की जाती है।

इसके लिए बनाए गए नियम 1967 के अनुसार अंतरिक्ष पर किसी भी ग्रह या चांद के ऊपर किसी एक व्यक्ति आय देश का अधिकार नहीं है। चाहे चाँद पर किसी देश का झंडा लगा हो सकता है लेकिन इस पर किसी देश का अधिकार नहीं हो सकता है।

चाँद पर खरीदी हुई जमीन कैसे है जायज

आपको बता दें कि डॉ. जिल स्टुअर्ट ने अपनी किताब The Moon Exhibition Book में लिखा है कि किसी भी देश का चाँद पर किसी तरह का अधिकार नहीं है, फिर भी आजकल चाँद पर जमीन खरीदना और दूसरों को खरीदी हुई जमीन तोहफ़े में देना एक ट्रेंड बन गया है।

लेकिन जब उस पर किसी का हक ही नहीं है तो फिर कम्पनियां इस पर रजिस्ट्री कैसे कर रही है? लेकिन अब चाँद पर जमीन खरीदने का एक गलत धंधा बन गया है और लोगों को एक एकड़ जमीन 3000 रुपये में खरीदना काफी सस्ता भी लग रहा है। इसलिए कोई भी चाँद पर जमीन की पहले ही रजिस्ट्री करवा लेना चाहते है।