बचपन से सोच रहे हैं की Tractor का पीछा वाला टायर इतना बड़ा क्यों बनाया जाता है तो यहाँ जानिए आसान सी बात

डेस्क : बचपन से ही हम कुछ ऐसी गाड़ियां देखते आ रहे हैं जिनको देखते ही हमारे मन में सवाल उठता है। ऐसे में ट्रैक्टर भी उनमें से एक है, जिसको देखते ही मन में सवाल आता है कि आखिर उसका आगे वाला टायर इतना छोटा और पीछे वाला टायर इतना बड़ा क्यों होता है? बता दें की ट्रैक्टर को गांव देहात में इसलिए इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि वह सबसे ताकतवर मशीन मानी जाती है। ऐसे में इसकी बनावट को लेकर लोगों की अलग-अलग भ्रांतियां हैं। आज हम आपके आगे टायर के ट्रैक्टर के टायर की पूरी जानकारी लेकर आए हुए हैं तो चलिए जानते हैं इसके बारे में-

लोग समझते हैं कि ट्रैक्टर का जो इंजन होता है वह बहुत ही ताकतवर होता है लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। दरअसल इसका इंजन भारी-भरकम चीजें खींचने के लिए बनाया गया है तो चलिए जानते हैं की ट्रैक्टर में कितनी ताकत होती है, बता दें कि किसी गाड़ी के मुकाबले ट्रैक्टर में इतनी क्षमता होती है कि वह बहुत ज्यादा टार्क पैदा करता है और किसी भी चीज को घुमाने या खींचने की क्षमता रखता है। उसमें बहुत ज्यादा ताकत होती है। दरअसल ट्रैक्टर की स्पीड को कम रखा जाता है और जैसे ही स्पीड कम होती है तो ट्रैक्टर में ज्यादा टॉर्क पैदा होता है। ऐसे में ट्रैक्टर ज्यादा से ज्यादा सामान को आसानी से खींचने में कामयाब हो जाता है।

Tractor के पीछे वाले टायर क्यों बड़े होते हैं ?

आपको बता दें कि भारत में कई ऐसी जगह है जहां पर गड्ढे होते हैं और बारिश के समय कीचड़ हो जाता है। ऐसे में मिट्टी में गाड़ियां आसानी से चली जाती है और फिर वापस लाने में उनको काफी परेशानी होती है। जब छोटी मोटर गाड़ियों के पहिए कीचड में चले जाते है तो उनका निकलना मुश्किल हो जाता है, जिसकी वजह से पूरी गाड़ी खराब हो जाती है। दरअसल इसके पीछे की वजह यह है कि उनके टायर में मिट्टी जम जाती है और वह बाहर नहीं आ पाते लेकिन ट्रैक्टर की बात अलग है, ट्रैक्टर का पिछला पहिया इतना बड़ा होता है कि वह मिट्टी में आसानी से नहीं धंसता। ट्रैक्टर के बड़े टायर कभी भी कीचड़ में नहीं जाते और इतनी अच्छी पकड़ बनाकर हर जगह से निकलने में कामयाब हो जाते हैं।

Tractor के आगे के टायर छोटे क्यों होते हैं ?

ट्रैक्टर के आगे वाले दो पहिया छोटे इसलिए होते हैं क्योंकि चलाने वाला ट्रैक्टर आसानी से उसको दिशा दे सके। साथ ही साथ आगे का नजारा भी उस व्यक्ति को साफ सुथरा नजर आए, इसलिए ट्रैक्टर के आगे वाले टायरों को काफी छोटा बनाया गया है लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि यहां पर ट्रैक्टर का पूरा वजन बराबर होना चाहिए और दोनों पहिए समतल जमीन पर आने चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है तो बहुत भारी गड़बड़ हो जाती है। पीछे वाले टायर लोड खींचते हैं और आगे वाले टायर उसे दिशा देने का काम करते हैं।