सिर्फ जीरो पर ध्यान देने से नहीं चलेगा काम- ऐसे पता करें मिलावटी Petrol

Desk : Petrol पंप में पेट्रोल डीजल की चोरी आम बात हो गई है,ऐसे में लोग जीरो पर ध्यान देना सहज समझते हैं। पेट्रोल भरवाते समय हमारा ध्यान पेट्रोल के आंकड़े को दिखाने वाले जीरो पर होता है लेकिन क्या आपको पता है कि इसके बावजूद भी आपको लो क्वालिटी का खराब पेट्रोल दिया जा सकता है, जिस वजह से आपका नुकसान हो सकता है।इसके लिए जरूरी है कि आप पेट्रोल की डेंसिटी वाले नंबर पर चेक जरूर करें,इससे यह पता चलता है कि पेट्रोल में कितनी शुद्धता है जिससे कोई भी पेट्रोल पंप आपके साथ धोखाधड़ी ना कर पाए।

दरअसल केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल डेंसिटी के कुछ मानक तय किए गए हैं जिससे पेट्रोल की शुद्धता का पता चलता है, सरकार के मुताबिक पेट्रोल की डेंसिटी 730 से 800 किलोग्राम/ क्यूबिक मीटर और डीजल की डेंसिटी है 800 से 900 किलोग्राम / क्यूबिक /M3, हालांकि पेट्रोल डीजल की डेंसिटी तापमान के हिसाब से बदलती और अपडेट होती रहती है। पेट्रोल डीजल की शुद्धता मापने के लिए आपको फिल्टर पेपर की जरूरत पड़ती है।

अगर आप इसे स्वयं के स्तर पर नापना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ नहीं पेट्रोल की दो बूंदे फिल्टर पेपर पर डालिए कुछ ही मिनटों में यह बूंदे उड़ जाएंगी, अगर इसके बाद पेट्रोल के दाग फिल्टर पेपर पर रह जाते हैं इसका मतलब है पेट्रोल मिलावटी है और अगर नहीं तो मतलब पेट्रोल शुद्ध था। उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 के मुताबिक हर उपभोक्ता को पेट्रोल की डेंसिटी अर्थात शुद्धता चेक करने का अधिकार है और अगर उसे इसमें मिलावट की खबर लगती है तो इसकी शिकायत भी वह कर सकता है।