Property Division Rules : देश में आए दिन संपत्ति बंटवारे को लेकर मारपीट की घटनाएं सामने आती रहती है. यहां तक की कुछ मामले में संपत्ति बंटवारे को लेकर मर्डर भी हो जाता है. इसमें सबसे बड़ी वजह ये है की इन लोगों को संपत्ति बंटवारे से जुड़े नियमों के बारे में जानकारी नहीं होती है. ऐसे में आज के इस आर्टिकल में आपको बताएंगे कि कैसे एक बहन अपने भाई के संपत्ति में दावा ठोक सकती है.
अक्सर आप लोग यह बात सुनते आ रहे होंगे कि संपत्ति में हिस्सा परिवार के मुखिया के पत्नी, बेटा-बेटी ही ले सकता हैं. लेकिन क्या आप जानते है कुछ मामलों में परिवार के मुखिया की बहन भी प्रॉपर्टी पर दावा ठोक सकती है. जी हां…सही सुन रहे हैं आप! जानकारी के मुताबिक, हिंदू उत्तराधिकार (संशोधन) अधिनियम, 2005 के अनुसार, एक शादीशुदा बहन भी अपने भाई की प्रॉपर्टी पर दावा कर सकती है.
आसान भाषा में आपको समझते हैं, अगर घर के मुखिया की बिना वसीयत लिखे ही मृत्यु हो जाती है और उसकी संपत्ति पर दावा करने वाले दावेदार जैसे:- पत्नी, बेटा या बेटी भी नहीं हैं. तो ऐसी स्थिति में उस घर के मुखिया की बहन अपने भाई की संपत्ति पर दावा ठोक सकती है. देश का यह कानून ऐसी स्थिति में बहन को भाई की प्रॉपर्टी पर दावा करने का पूरा अधिकार देता है.
सबसे जरूरी बात यह भी जान लीजिए, माता-पिता अपनी खुद की कमाई से जमा की संपत्ति अपनी शादीशुदा बेटी को भी दे सकते हैं. ऐसी स्थिति में उसका बेटा यानी लड़की का भाई भी कुछ नहीं कर सकता है. लेकिन पैतृक संपत्ति में भाई-बहन अपने पिता की प्रॉपर्टी में बराबर के हिस्सेदार होते हैं. उस मामले में पिता अपनी मर्जी से किसी को भी संपत्ति नहीं दे सकता है.