Career Tips : आखिर कितने तरह के होते है Engineer? जानें – किस Branch में है ज्यादा पैसा और रुतबा…

Career Tips:आजकल छात्र 12वीं कक्षा पास करने के बाद आगे अपने करियर में बढ़ना चाहते हैं और इसके लिए वह पीसीएम से 12वीं पास करने के बाद इंजिनियरिंग करना चाहते है। लेकिन छात्रों को पता नहीं होता है कि इंजीनियरिंग कितने प्रकार की होती है।

इंजीनियर कई प्रकार के होते हैं जो मशीन, मकान निर्माण, डिजाइन, गणित और प्रौद्योगिकी के अपने ज्ञान का उपयोग कई चीजे सुधारने के लिए करते हैं। इन सभी इंजीनियर की अपनी अलग-अलग विशेषता होती है। आइये आपको बताते हैं कि इंजीनियर कितने प्रकार के होते हैं और इनका काम क्या होता है?

इलेक्ट्रिकल इंजीनियर

इलेक्ट्रिकल इंजीनियर वह होते हैं जो बिजली से संबंधित उपकरणों की जांच करते हैं और नए उत्पाद बनाने में भी सहयोग करते हैं। यह विद्युत प्रणालियों को डिजाइन और विकसित भी करते हैं।

सिविल इंजीनियर

सिविल इंजीनियर का काम बड़े ब्रिज, सड़क और मकान के साथ बिल्डिंग की देखरेख का होता है। इनकी देखरेख के साथ यह निर्माण भी करवाते हैं। सिविल इंजीनियर का काम परियोजना बनाना और निर्माण की देखरेख करना होता है।

मैकेनिकल इंजीनियर

मैकेनिकल इंजीनियर मशीनों व औजारों का निर्माण और डिजाइन बनाने व उन्हें विकसित करने का काम करते हैं। वह छोटी चीजों से लेकर बड़ी चीज बनाने का काम करते हैं जैसे स्मार्टफोन या मोबाइल से लेकर बड़े हवाई जहाज तक।

कंप्यूटर इंजीनियर

कंप्यूटर इंजीनियर सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर और उनके डिजाइन को बनाने के साथ ही इन्हें विकसित करने का काम भी करते हैं। कंप्यूटर इंजीनियर रोबोटिक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अलावा अन्य उन्नति टेक्नोलॉजी पर भी काम करते हैं।

पर्यावरण इंजीनियर

यह इंजीनियर वे होते हैं जो पर्यावरण की सुरक्षा उपकरणों की डिजाइन बनाने और उन्हें विकसित करने का काम करते हैं। पर्यावरण इंजीनियर हवा और पानी की शुद्धता की जांच करते हैं और इन्हें उत्तम क्वालिटी का बनाने के साथ ही अपशिष्ट प्रबंधन की परियोजनाओं पर काम करते हैं।

केमिकल इंजीनियर

केमिकल इंजीनियर का काम रासायनिक उपकरणों के डिजाइन बनाने और उन्हें तैयार करने का होता है। ये फार्मास्यूटिकल्स, खाद्य और पेय पदार्थ और ऊर्जा सहित उद्योगों की एक विस्तृत श्रृंखला में काम करते हैं।

पेट्रोलियम इंजीनियर

पेट्रोलियम इंजीनियर तेल और गैस की खोज करते हैं और इन्हें जमीन से बाहर निकालने के लिए उपकरणों को विकसित करने का काम करते हैं। इसके अलावा पेट्रोलियम इंजीनियर इनके भंडारण, परिवहन और प्रसंस्करण का काम भी करते हैं।

मरीन इंजीनियर

ये जहाज और नावों और जलपोतों के डिजाइन बनाने और उन्हें धरातल पर उतरने का काम करते हैं। मरीन इंजीनियर बंदरगाह से संबंधित काम भी करते हैं। यह उन्नत तकनीक और उपकरण का प्रयोग कर देश की तरक्की में हाथ बंटाते है।

बायोमेडिकल इंजीनियर

इनका मुख्य काम चिकित्सा उपकरणों और सिस्टम को प्रभावित तरीके से व सुरक्षित और उपयोगकर्ता के लिए अनुकूल डिजाइन वाला उपकरण बनाने का काम होता है।

परमाणु इंजीनियर

परमाणु इंजीनियर परमाणु ऊर्जा संयंत्र और अन्य परमाणु उपकरणो के डिजाइनों को विकसित करने का काम करते हैं। इसके अलावा परमाणु चिकित्सा और अन्य अनुप्रयोगों के लिए नई तकनीक के डिजाइन बनाने और उन्हें विकसित करने का काम करते हैं। इसके अलावा इंजीनियर पर और अन्य कई प्रकार हैं, जो हमारे देश के उन्नति और प्रगति में हाथ बंटाते है।