2 लाखों में अपना खुद का कारोबार शुरू करें, और कुछ ही महीनों में बन जाएंगे करोड़ों के मालिक, सरकार भी देगी रूपए..जाने

न्यूज डेस्क : देश के अधिकतर युवा पीढ़ी इन दिनों बेरोजगारी आर्थिक तंगी का सामना कर रहे है, बीते साल कोरोना के चलते न जाने कितनों की नौकरी चली गई, लेकिन फिर भी लोग किसी तरह छोटा मोटा बिजनेस करके अपने परिवार को चला रहे हैं, लेकिन इसी बीच हम आपको एक ऐसे कारोबार के बारे में बताने जा रहें है, जिसे जानने के बाद आप 1 साल में करोड़ों का मुनाफा कमा सकते हैं, यहां तक कि यह कारोबार शुरू करने के लिए सरकार भी आपकी मदद करेगी, तो चलिए बिना किसी बात की देरी किए आपको पूरा प्रोसीजर समझाते हैं,

सबसे पहले आपको इस बात का ध्यान रहें की यह कारोबार शुरू करने के लिए आपके पास अपनी खुद की जमीन होना बहुत जरूरी है, इसके लिए 100 गज जमीन और कम से कम 2 लाख रुपये का निवेश करना होगा, इससे आप हर महीने 1 लाख रुपये और सालाना करोड़ो की कमाई कर सकते हैं, हम जिस करोबार की बात कर रहे है। वह हैं ईंटें बनाने का कारोबार… तेजी से हो रहे शहरीकरण (Urbanization) के दौर में बिल्डर्स फ्लाई ऐश (Fly Ash Business) से बने ईंटों का ही इस्तेमाल कर रहे हैं, अगर आप यह बिजनेस शुरू करते हैं तो आप जल्दी अपनी ऊंचाइयों को छू सकते हैं। अगर आपके पास अच्छी खासी रुपए हैं, तो आप इस कारोबार को शुरू करने के लिए ऑटोमेटिक मशीन भी खरीद सकते हैं। इस ऑटोमेटिक मशीन की कीमत 10 से 12 लाख रुपये तक है, अगर बात करे ऑटोमेटिक मशीन से ईट बनाने की तो यह ऑटोमेटिक मशीन के जरिए आप 1 घंटे में कम से कम 1 हजार को बना सकते हैं, साथ ही साथ या मशीन कच्चे माल के मिशन को भी बना सकती है। यानी इस मशीन की मदद से आप महीने में तीन से चार लाख ईंटें बना सकते हैं, तो आप समझ सकते हैं कि आप महीने में कितना कमा सकते हैं,

सबसे अहम बात इस कारोबार को शुरू करने के लिए आप बैंक से भी लोन ले सकते हैं, प्रधानमंत्री रोजगार योजना और मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार के जरिए भी इस कारोबार के लिए लोन लिया जा सकता है, इसके अलावा मुद्रा लोन का भी विकल्प उपलब्ध है, बता दे की यह रोजगार पहाड़ी इलाकों के लोगों के लिए काफी अहम वरदान साबित हो सकता है, क्योंकि हिमाचल, उत्तराखंड जैसे पहाड़ी इलाकों के लोग उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों से ईंटें मंगवाते हैं। जिस पर ट्रांसपोर्टेशन का खर्च बढ़ता है, ऐसे में इन जगहों पर सीमेंट और स्टोनडस्ट से बनने वाले यह ईंटों का कारोबार फायदेमंद हो सकता है। पहाड़ी इलाकों में स्टोनडस्ट आसानी से मिलने की वजह से कच्चे माल की लागत भी कम होगी।