बढ़ती महंगाई से रसोई का बजट चरमराया- फूड प्रोडक्ट्स के छोटे पैक और पाउच खरीद कर रहे अपनी बचत….

Inflation Household Spending: जिस तरह से मंगाई (Inflation) टाईट हो रही है लोगों के जेब उतने ही ढीले पर रहे है. सरकार (Government) के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में भले ही महंगाई दर (Inflation Rate) में कमी देखने को मिली हो.

पर आम लोगों से पूछिए तो पता लगेगा किस तरह से महंगाई (Inflation) उनकी कमर तोड़ी हुई है. ऐसे में महंगाई (Inflation) से सामना करने के लिए भारतीय परिवार उपयोगी वस्तुओं के बड़े पैकेट की जगह छोटे पैकेज और पाउच को खरीद कर अपने बजट को सही कर रही है.

बाजार में लोगों के खर्च करने के तौर तरीकों और आदतों में अब पहले से काफी बदलाव देखा जा रहा है.

भारत में लोग कैसे महंगाई (Inflation) का सामना कर रहे हैं इसका सबसे बड़ा उदाहरण टमाटर (Tomato Price) है. टमाटर के बढ़ते दामों (Tomato Price Hike) ने जिस तरह से लोगों के पसीने छुड़ाए है वह किसी से छिपा नहीं है. टमाटर खरीदते वक्त उसके दाम सुन कर टमाटर से ज्यादा लोगों के चहेरे लाल हो रहे है.

रिटेल मार्केट में टमाटर 160 रूपए से 180 रुपये प्रति किलो तक मिल रहा है. ऐसे में लोग टमाटर खरीदने के जगह टोमाटो प्यूरी के छोटे पैकेट खरीद कर अपना काम चला रहे हैं. अदरक के दाम भी 400 रुपये किलो तक पहुंच चुके है. तो ऐसे में लोग अदरक खरीदने की बजाए उसके पेस्ट के छोटे पैक खरीद कर बचत बचत कर करने का जुगड़ अपना रहे हैं.

जीरा की कीमतों में बड़ा उछाल देखने को मिल रहा है 550 रुपये से बढ़ कर सीधा 800 रुपये किलो तक आ पहुंचा है. ऐसे में जीरा पाउडर के छोटे पैके से लेकर कम मात्रा में जीरा पाउडर खरीद कर इस्तेमाल कर रहे हैं.

पैक छोटा दाम बड़ा

बात करें दाल की तो अरहर दाल की कीमतों में भी तेजी से उछाल देखने को मिला है. अरहर दाल 160 रुपये से लेकर 200 रुपये किलो तक बाजारों में मिल रहा है. ऐसे में लोग 1 किलो दाल की जगह 500 ग्राम वाला अरहर दाल का पैकेट खरीद कर काम चला रहे हैं. इस मंगाई को देखते हुए नेता भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहें है.

मंगाई को लेकर रोज राजनीति हमला भी हो रहा है. कांग्रेस की सोशल मीडिया डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि लोगों की जेब पर गुपचुप तरीके से डाका डाला जा रहा है. जरुरी सामानों के वजन में कमी कर के दाम बढ़ाये जा रहे हैं.

छोटे पैकेट की मांगों में बढ़ोतरी

बिजॉम के द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई है जिसके मुताबिक छोटे पैकेट की मांग में मई 2023 में तेजी से वृद्धि हुई है. मई 2023 में, मई 2022 के मुकाबले ब्रांडेड कमोडिटी (Branded Commodity) के छोटे पैकेट की मांगों में 23 फीसदी का उछाल देखा है. अपनी गाढ़ी कमाई और बचत को महंगाई से बचाने के लिए उपभोक्ताओं (Consumer) को छोटे पैकेट खरीद कर काम चलाना पड़ रहा है.